महाराष्ट्र के मालेगांव से गायब पांच वर्षीय मुस्लिम बच्चें का शव 9 दिनों बाद जंगल से बरामद हुआ हैं, जिसके बाद से इलाक़े में दहशत का माहौल हैं।
इस घटना को लेकर परिजनों ने नरबलि का शक ज़ाहिर किया हैं तो वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या करने के संकेत मिले हैं।
आपको बता दें कि, बीते 7 जनवरी को मालेगांव के नया इस्लामपुरा इलाके का एक पांच वर्षीय बच्चा मोहम्मद कैफ 9 दिनों से लापता था, मृतक के पिता अतीक अहमद ने अपनी शिकायत में कहा कि 7 जनवरी को शाम 6.30 बजे उनकी एक बेटी कार्यस्थल पर आई और बताया कि कैफ कहीं नहीं मिल रहा है।
टाईम्स ऑफ इंडिया की रिर्पोट के मुताबिक़, पिता समेत परिवार के अन्य सदस्यों ने कैफ की तलाश शुरू की, लेकिन वह नहीं मिला. अगले दिन 8 जनवरी को पिता ने आयशानगर थाने में शिकायत दर्ज कराई।
जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की तथा सूचना के आधार पर मालेगांव से लगभग 40 किमी दूर स्थित एक जंगल में पुलिस को शव मिला. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि उसके सिर पर वार किया गया था और उसकी गर्दन पर भी किसी धारदार हथियार से गहरा घाव किया था।
इस घटना को लेकर मालेगांव पुलिस उपाधीक्षक पुष्पराज सूर्यवंशी ने बताया कि एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जा रही है।
इस मामले को लेकर पूर्व आईपीएस अब्दुर रहमान ने मृतक बच्चें के परिजनों से मुलाकात की. उनका कहना है कि, मालेगांव के एक छोटे मासूम मोहम्मद कैफ जिसकी उम्र 5 साल हैं इसकी निर्मम हत्या हुई है. बच्चे का अपहरण करके कई दिनों तक छुपा कर रखा गया. अनेक बार लोगों ने आरोपी पर शक जताया. लेकिन पुलिस ने ठीक से पूछताछ नहीं की. यदि सही वक्त पर ठीक से जाँच होती तो मासूम की जान बच जाती।
इसलिए लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारी पर कारवाई हो, सिर्फ एक अपराधी पकड़ा गया है. इसमें कई और लोग शामिल हैं, उन्हें भी गिरफतार किया जाए. स्थानीय लोग नरबलि का शक जाहीर कर रहे हैं, इस लाइन पर भी जाँच होनी चाहिए.
मैंने देखा कि मालेगांव में इस हत्या से लोग दहशत में है. पुलिस पूरी और सही जाँच करे और परिवार को न्याय दे।