मुसलमानों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश शेखर कुमार यादव को हटाने के लिए श्रीनगर से नेशनल कांफ्रेंस के सांसद आग़ा सैयद रुहुल्लाह मेंहदी महाभियोग प्रस्ताव लाएंगे।
इस प्रस्ताव को लेकर उनकी पूरी तैयारी हो चुकी है तथा 7 से अधिक सांसदों ने प्रस्ताव पर सहमति जताते हुए अपने हस्ताक्षर भी कर दिए है।
रुहुल्लाह मेंहदी ने अपने एक्स (ट्विटर) पर नोटिस की कॉपी शेयर करते हुए लिखा है कि, मैं नोटिस में उल्लिखित आरोपों पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश शेखर के यादव को हटाने के लिए संविधान के अनुच्छेद 124(4) के अनुसार संसद में महाभियोग प्रस्ताव ला रहा हूं।
इस प्रस्ताव को लाने के लिए मुझे 100 सदस्यों के हस्ताक्षर चाहिए, असदुद्दीन ओवैसी, राजस्थान के सांसद राजकुमार रोत, बिहार के सांसद सुदामा प्रसाद, उत्तर प्रदेश के सांसद मोहिबुल्लाह और जिया उर हमान सहित 7 से अधिक सदस्यों ने इस पर हस्ताक्षर किए हैं।
रुहुल्लाह मेंहदी का कहना है कि, इस नोटिस को लेकर मैंने कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, DMK और ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों से भी बात की जिन्होंने मुझे आश्वासन दिया कि वे अपने-अपने पार्टी नेतृत्व से परामर्श के बाद प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करेंगे और समर्थन करेंगे।
इस मामले को लेकर असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि, मैंने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश शेखर यादव के खिलाफ निष्कासन कार्यवाही की मांग करने वाले नोटिस पर हस्ताक्षर किए हैं।
इस प्रक्रिया की शुरुआत रुहुल्लाह मेंहदी ने की थी. न्यायाधीश का व्यवहार संवैधानिक मानदंडों का उल्लंघन करता है, जिसमें सर्वोच्च न्यायालय का “न्यायिक जीवन के मूल्यों का पुनर्कथन” भी शामिल है।
आपको बता दें कि, विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव ने मुस्लिम समुदाय के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी करते हुए कहा था कि, मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि यह हिंदुस्तान है और यह देश यहां रहने वाले बहुसंख्यकों की इच्छा के अनुसार काम करेगा.
इसके बाद उन्होंने कहा, ये जो कठमुल्लाह (मुसलमान) है, वो देश के लिए बुरा है…देश के लिए घातक है।