मुस्लिम महिलाओं को बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया पर जब चाहे फर्जी एकाउंट बनाकर उनको बदनाम कर दिया जाता है या फिर प्ले स्टोर पर ऐप बनाकर उनकी बोली लगा दी जाती है।
ऐसा ही सुल्ली डील्स के जरिए हुआ, यह कथित हिंदुत्ववादी संगठन के लोगों द्वारा बनाई गयी एक ऐप थी जिसको प्ले स्टोर पर बनाया गया था। इस ऐप के जरिए मुस्लिम महिलाओं की फ़ोटो के साथ उनकी बोली लगाई जाती थी।
“सुल्ली फाॅर सेल” के नाम से बनी इस ऐप पर सोशल मीडिया प्लेटफार्म से मुस्लिम लड़कियों की फोटो उठाई जाती थी जिसको इस ऐप पर डाला जाता था फिर फोटो के सामने “रेट” लिखकर उनकी बोली लगाई जाती थी।
सुल्ली मुस्लिम महिलाओं के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक अपमानजनक शब्द है। इस ऐप पर 70-80 मुस्लिम महिलाओं का डाटा शेयर किया गया था।
जामिया मिलिया इस्लामिया की छात्रा एवं स्टूडेंट एक्टीविस्ट लदीदा फरज़ाना का फ़ोटो भी इस ऐप पर डाला गया था। लाडीडा फरज़ाना ने इस ऐप का विरोध करते हुए एक याचिका भी दायर की है।
लदीदा फरज़ाना ने ट्विटर के ज़रिए जानकारी देते हुए कहा है कि “मुझे नहीं पता कि सुल्ली डील्स के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाएगी या नहीं। मैंने अपनी फ़ोटो और जानकारी इस्तेमाल करने के विरोध में एक याचिका दायर की है। मुझें उम्मीद है कार्यवाही जरूर होंगी।
I don't know if any actions will be taken against #SulliDeals. All the same, I have filed a petition
against my photo and info used.
Let's hope…#SulliDeals #MuslimLivesMatter pic.twitter.com/Y44Ojl9scA— ️Ladeeda Farzana (@ladeedafarzana) July 18, 2021
सोशल मीडिया यूज़र इबाद अशरफ का कहना है कि साइबर सेल कृपया सुल्ली डील्स के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करें। इस ऐप के जरिए मुस्लिम महिलाओं का सौदा क्यो किया जा रहा है तथा उनको निशाना क्यो बनाया जा रहा है? मुझे उम्मीद है कि जांच निष्पक्ष होगी और जल्द ही अपराधी जेल में होंगे।
@cyber @CybercrimeCID please take actions against #SulliDeals immediately,why the muslims women's get targeted by sulli deals??
I hope the jury is unbiased,and soon the culprits will be in jailed.More power to you sister we all are together supporting you here.Stay strong.
— Ibad Ashraf (@IbadAshraf1) July 18, 2021