असम में आए दिन लिंचिंग की घटनाएं बढ़ती जा रहीं है, ताज़ा मामला कछार जिले का है, जहां 12वीं कक्षा के एक मुस्लिम छात्र को हिंदू छात्रों ने बेरहमी से पीटा।
यह घटना उस समय घटी जब मुस्लिम छात्र अली अहमद अपनी महिला मित्र से बात कर रहा था, जैसे ही हिंदू छात्रों ने यह देखा तो उन्होंने मुस्लिम छात्र को पीटना शुरू कर दिया।
स्क्रॉल की रिपोर्ट के अनुसार, हमलावरों ने अली के हाथ बांध दिए, उसकी शर्ट उतार दी और उसे रस्सी से घसीटते हुए भीड़ के सामने ले गए।
यह घटना नरसिंहपुर में एक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के पास हुई, हमलावरों ने पीड़ित छात्र पर “लव जिहाद” का आरोप भी लगाया।
पीड़ित अली ने पत्रकारों को बताया कि, उन्होंने मेरा नाम पूछा और जब मैंने अली अहमद बताया तो उन्होंने मुझे पीटना शुरू कर दिया। वहां 15-20 लोग थे। मैं उन्हें नहीं जानता। बाद में और भी लोग आए।”
पुलिस ने बताया कि हमलावरों में शामिल दोनों किशोर सहपाठी थे और कक्षा 10 तक एक ही स्कूल में पढ़े थे।
वायरल वीडियो के अनुसार, उसके नाक और मुंह से खून बह रहा था और वह मदद की गुहार लगाते हुए कह रहा था कि, “उसके साथ कोई प्रेम संबंध नहीं था।”
भीड़ ने लड़की को परेशान भी किया और उसके साथ मारपीट भी की। वीडियो में एक महिला लड़की के बाल खींचती हुई दिखाई दे रही है, जबकि पुरुषों का एक समूह चिल्ला रहा है और लड़की अपना चेहरा दिखाने की मांग कर रहा है।
इस घटना को लेकर अली के परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, हालांकि इस संबंध में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन लड़की के परिवार की शिकायत के आधार पर पीड़ित को गिरफ्तार कर लिया गया है।
स्क्रॉल ने कछार पुलिस अधीक्षक नुमल महात्ता के हवाले से बताया, “लड़की के बयान के आधार पर लड़के को पोक्सो (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम) के तहत गिरफ्तार किया गया है।