उत्तर प्रदेश में कपड़ा कारोबारी के बेटे के अपहरण के मामले में अजीबों गरीब खुलासा हुआ हैं, अपहरणकर्ताओं ने इस मामले से ध्यान भटकाने के लिए फिरौती पत्र में अल्लाहु अकबर लिख दिया था।
आरोपियों ने इस मामले के ज़रिए मुसलमानों को भी बदनाम करने की साज़िश रची थी जिसको पुलिस की सूझ बूझ से नाकाम कर दिया गया हैं।
रायपुरवा थाना क्षेत्र के आचार्य नगर के रहने वाले कपड़ा कारोबारी के बेटे कुशाग्र का बीते दिनों कुछ लोगों ने अपहरण करने के बाद हत्या कर दी थीं।
जानकारी के मुताबिक़, कुशाग्र ट्यूशन पढ़ने के लिए घर से निकला था जिसके बाद वह घर नहीं लौटा. रात लगभग 9 बजे परिजनों को एक फिरौती पत्र मिला जिसमें 30 लाख रुपए की फिरौती देने की मांग की गई थीं।
इसके अलावा आरोपियों ने इस मामले में कम्यूनल एंगल जोड़ने के लिए पत्र में अल्लाहु अकबर भी लिख दिया था ताकि पुलिस परेशान हो जाएं और असल आरोपियों तक नहीं पहुंच पाए।
इस मामले को लेकर कानपुर पुलिस का कहना है कि, कानपुर में कपड़ा कारोबारी के बेटे की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई. फिरौती पत्र में उन्होंने “अल्लाह हू अकबर” लिखा और रिहाई के लिए 30 लाख की मांग की।
कानपुर पुलिस ने उसकी ट्यूशन टीचर रचिता, उसके मंगेतर प्रभात शुक्ला और उसके दोस्त अंकित को गिरफ्तार कर लिया. यह पूछे जाने पर कि उन्होंने “अल्लाह हू अकबर” क्यों लिखा, पुलिस ने कहा कि यह पुलिस का ध्यान भटकाने के लिए था. लेकिन हत्या का मकसद अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है. पुलिस का यह भी दावा है कि पत्र की लिखावट प्रभात शुक्ला की लिखावट से मेल खाती है।