अगर इंसान कुछ करने की ठान लें तो तकदीर उस मुकाम तक उसको पहुंचा ही देती हैं ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश के रहने वाले मोहम्मद अरबाज़ खान के साथ हुआ हैं।
मोहम्मद अरबाज आज यूट्यूब की दुनियां का जाना-पहचाना चेहरा हैं. वह अब तक छह देशों की यात्रा कर चुके हैं. लेकिन जब वह अपना घर छोड़कर पैसा कमाने के लिए दिल्ली आए थे तब उनके पास मात्र 17 रुपये थे।
पिता की मौत के बाद कम उम्र में ही घर की सारी जिम्मेदारी अरबाज़ के सर पर आ गईं थीं, जिनको निभाने के लिए उसने 2015 में दिल्ली का रुख किया।
दिल्ली में आते ही वह काम की तलाश में जुट गए, काफ़ी संघर्ष के बाद उन्हें एक होटल में वेटर का काम मिल गया. यहां से उन्होंने काम छोड़ा तो थोड़े दिन बाद उनको एक कॉल सेंटर में काम मिल गया लेकिन यहां इंश्योरेंस बेचने के लिए झूठ बोलना पड़ता था, जो उन्हें पसंद नहीं था।
अरबाज़ ने कॉल सेंटर की जॉब छोड़कर लोअर बेचना शुरू कर दिया. इसके बाद वह बेंगलुरू चले गया जहां उन्होंने डिलीवरी बॉय का काम किया।
इस दौरान अरबाज को यूट्यूब के बारे में पता चला. लेकीन उसको यह नहीं पता था कि एक दिन यूट्यूब के ज़रिए ही दुनियां उसको पहचानेगी।
यूट्यूब के बारे में ज्ञान हासिल करके अरबाज़ रोज़ एक वीडियो बनाते थे लेकीन शुरू में कोई खास रिस्पॉन्स नहीं मिला, इस दौरान वह जिस कंपनी में काम करता था वहां से भी नौकरी छूट गईं थीं।
नौकरी जाने के बाद उन्होंने बेरोजगारी पर एक वीडियो बनाई थीं जो काफी वायरल हो गईं, जिसको लाखों लोगों ने देखा. जिसके लिए उन्हें यूट्यूब से 120 रूपय भी मिले थे।
इसके बाद अरबाज ने दिल्ली में वापस आकर लोअर बेचने शुरू कर दिए तथा फोटोग्राफी करके पैसे कमाए और मिस्र चले गए. जहां उन्होंने खूब विडियो बनाई जो लगातार वॉयरल होती चली गईं, इसके बाद वह जॉर्डन गए और इस प्रकार वह अब तक 6 देशों की यात्रा कर चुके हैं तथा उनके यूट्यूब चैनल पर 6 लाख से अधिक सबस्क्राइबर्स भी हो चुके हैं।