राजधानी दिल्ली में उर्दू के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा हैं जिसके कारण उर्दू दिन प्रतिदिन गायब होती जा रहीं हैं, इसके पीछे सत्ता में बैठे लोगों की बड़ी साज़िश बताया जा रहा हैं।
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में उर्दू टीचर के खाली पदों को भरने की जगह प्रशासन उर्दू मीडियम स्कूल को ही बंद कर रहा हैं।
खजुरी वॉर्ड स्थित उर्दू मीडियम ईडीएमसी प्राइमरी स्कूल को अब इंग्लिश मीडियम में तब्दील कर दिया गया हैं, इसके पीछे की वजह उर्दू टीचर की बहाली नहीं करना बताया जा रहा हैं।
इस स्कूल को इलाक़े के पूर्व पार्षद हाजी आस मोहम्मद ने उर्दू मीडियम के नाम पर बनाया था. उनके मुताबिक़, स्कूल के सभी कागज़ात पर भी उर्दू मीडियम ही लिखा गया हैं।
लेकिन अब सरकार इस स्कूल की पढ़ाई इंग्लिश मीडियम में करा रहीं हैं, जिसके विरोध में इलाक़े के लोगों ने हस्ताक्षर अभियान चलाकर इस स्कूल को उर्दू मीडियम में चलाने की मांग की हैं।
आपको बता दें कि, उर्दू दिल्ली की दूसरी सरकारी भाषा हैं उसके बावजूद ना तो उर्दू टीचर की बहाली हो रहीं हैं और ना ही उर्दू मीडियम में पढ़ाई हो रहीं हैं।