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मेरठ: मुस्लिम युवक की स्कूटी में कथित तमंचा रखने और 1 लाख रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में 3 पुलिसकर्मी सस्पेंड

उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक मुस्लिम युवक को फसाने के लिए कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा रची गईं साजिश अब उनपर ही भारी पड़ती जा रहीं हैं. प्रशासन ने कार्यवाही करते हुए तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया हैं।

एसएसपी रोहित सिंह सजवान मुताबिक़, किठौर थाने में तैनात मुख्य आरक्षी चौबे सिंह, आरक्षी ओमवीर सिंह और आरक्षी चालक अनिल कुमार ने ग्राम राधना में फिरोज नामक प्लंबर के घर में खड़ी स्कूटी से अवैध शस्त्र बरामद किया था।

इन पुलिसकर्मियों ने इस घटना के बारे में न तो अपने वरिष्ठ अधिकारियों को बताया और न ही विधिपूर्वक तरीके से अग्रिम कार्यवाही की. इसलिए कर्तव्य के प्रति लापरवाही को देखते हुए तीनों पुलिसकर्मियों तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया जाता है एवं इनके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही करने का आदेश दिया जाता हैं।

पत्रकार ज़ाकिर अली त्यागी के मुताबिक़, मेरठ के किठौर थाना क्षेत्र की पुलिस कल रात राधना इनायतपुर में फिरोज़ के घर पहुंची और पूछताछ करने लगीं, फिरोज़ घर पर नही था तो उसके परिजनों से स्कूटी की चाभी मांगी और उसे फ़र्ज़ी केस में फंसाने के लिए स्कूटी के पायदान पर कथित तमंचा रख दिया और कहा कि उसका एनकाउंटर करके जेल भेज दूंगा और स्कूटी लेकर चले गए।

फिरोज़ को फ़र्ज़ी केस और एनकाउंटर से बचने के लिए दलाल के द्वारा 1 लाख रुपये मांगे गये, फिरोज़ ने 50 हज़ार रुपये दे दिये जिसके बाद आज सुबह उसकी स्कूटी पुलिस ने घर भेज दी, अब फिरोज़ ने इस मामले की शिकायत आला अधिकारियों से की है. जिसके बाद मामला बढ़ता देख पुलिसकर्मियों ने फिरोज़ के 50 हज़ार रुपये लौटा दिये है।

इस घटना को लेकर ज़ाकिर ने कुछ सवाल खड़े करते हुए कहा था कि, मेरठ पुलिस इन आरोपों को सिरे से नकारते हुए ख़ुद पर दबाव की बात कह रही है लेकिन मेरे कुछ सवाल है
1- कौन बेवक़ूफ़ है जो तमंचे को स्कूटी की डिग्गी में ना रखकर पायदान में रखेगा?

2- यदि उसके स्कूटी से तमंचा बरामद हुआ तो उसे जेल ना भेजकर आज सुबह पुलिसकर्मियों ने स्कूटी क्यो सौंप दी?

3-पुलिस के मुताबिक़ पुलिस को दबाव में लेने के लिए पीड़ित आरोप लगा रहा है तो रेकॉर्डिंग में सिपाही अनिल किस अमानत को उन तक पहुंचाने की बात कर “अमानत ली है” क़ुबूल कर रहा है?

4-क्या अभी 3 दिन पहले खरखौदा थाना क्षेत्र में भी पुलिस एक टीचर को फंसाने के उसके घर में घुस बाइक के बैग में तमंचा रखती हुई CCTV फुटेज में नही दिखाई दी थी?

5- क्या पुलिस कमाई के लिए लोगों के अंदर फ़र्ज़ी गिरफ्तारी का भय व्याप्त करने की कोशिश नही कर रही है? क्या पुलिस नागरिकों को जबरन अपराधी बनाने की कोशिश में सबसे ख़राब स्तर का इस्तेमाल करने पर नही उतर गई है?

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