गाज़ा में इजराइली हमले रुकने का नाम नहीं ले रहें हैं, रोज़ाना इजराइली फौज़ दर्जनों बेकसूर बच्चों, महिलाओं और नौजवानों को मौत के घाट उतार रहीं हैं।
इसी बीच एक नाम हैं जो अपने कैमरे के ज़रिए गाज़ा के लोगों का दर्द पूरी दुनियां के सामने रख रहा हैं, उस शख्स का नाम हैं मौताज़ अज़ीजा।
पेशे से पत्रकार मौताज़ का जन्म 1998 में गाज़ा पट्टी के ‘देर-ए-बल्लाह’ में हुआ था. वह फिलिस्तीन के युवा पत्रकारों में से एक है और सिर्फ़ 24 साल की उम्र से ही इन्होंने गाज़ा में ज़ारी इजराइली जुल्म को पूरी दुनिया के सामने दिखाना शुरू कर दिया था।
जिसके कारण पूरी दुनियां इनको साहसी पत्रकार के नाम से भी जानती हैं. मौताज़ जंग की शुरुआत से ही गाज़ा को कवर कर रहे हैं तथा इजरायल के जुल्म को पूरी दुनियां के सामने दिखा रहें हैं।
इस काम की वजह से कई बार इजरायली सेना ने उनको निशाना भी बनाया है. लेकिन मौताज़ हिम्मत और मज़बूत जज़्बात के ज़रिए बिना डरे अपने काम में लगे हुए हैं।
मौताज़ की लोकप्रियता इतनी ज्यादा हैं कि उन्होंने सोशल मीडिया साइट्स इंस्टाग्राम पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को भी पीछे छोड़ दिया हैं. फिलहाल इंस्टाग्राम पर उनके 18.2 मिल्लियन फॉलोअर्स हैं।
आपको बता दें कि, मौताज़ अज़ीजा एक बार फ़िर चर्चा में हैं लेकिन इस बार चर्चा की वजह उनकी रिपोर्टिंग नहीं हैं बल्कि उनका गाज़ा छोड़ना हैं।
मौताज़ ने अपने एक्स (ट्विटर) अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा है कि, जंग के 107 दिन बाद मैं गाज़ा छोड़ कर जा रहा हूं, आखरी बार आप मुझे इस प्रेस वेस्ट में देख रहे हैं. आप सभी का शुक्रिया, अल्लाह ने चाहा तो हम फिर वापस आएंगे और गाज़ा को फिर से बनाएंगे।