उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) ने बयान ज़ारी करते हुए कहा है कि, राम मंदिर बाबरी मस्जिद की ज़मीन पर बना हैं।
बीते 19 जनवरी को बेंगलुरु में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के राष्ट्रीय सचिवालय में आयोजित एक बैठक कहा गया है कि जिस जमीन पर राम मंदिर बनाया गया है वह बाबरी मस्जिद वक्फ की जमीन है।
सर्वोच्च न्यायालय ने अपने अंतिम फैसले में मंदिर निर्माण के लिए भूमि देने का फैसला करते हुए उसी फैसले में स्पष्ट रूप से इस तथ्य की पुष्टि की है।
इसके अलावा यह कहा गया है कि 1949 में मस्जिद के अंदर राम लला की स्थापना और 1992 में मस्जिद का विध्वंस अवैध था।
एसडीपीआई ने अपने बयान में कहा कि, दूसरे की जमीन पर मंदिर का निर्माण अनैतिक और किसी भी धर्म के सिद्धांतों के खिलाफ है।
राम मंदिर वहीं खड़ा है जहां पहले ऐतिहासिक बाबरी मस्जिद थी, जिसे 6 दिसंबर, 1992 को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में हिंदू राष्ट्रवादियों की भीड़ ने तोड़ दिया था।