बिहार: युवा लेखक सय्यद अमजद हुसैन की नई किताब बिहार के सूफ़ी इतिहास पर प्रकाशन के लिए तैयार है। इस पुस्तक में बिहार के प्रसिद्ध सूफ़ी संतों, जैसे शैख़ शरफुद्दीन अहमद यहिया मनेरी, मौलाना ज़फ़रूद्दीन बिहारी, असलम रज़वी शाह शोएब फ़िरदौसी, दौलत मनेरी और सैयद शाह अता हुसैन फ़ानी चिश्ती, के योगदान और उनके धार्मिक विचारों की गहन समीक्षा की गई है।
मख़्दूम-ए-जहां के नाम से पुकारे जाने वाले शैख़ शरफुद्दीन अहमद यहिया मनेरी, जिन्होंने सूफ़ी परंपरा को बिहार में फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, के जीवन और शिक्षाओं का विस्तृत वर्णन पुस्तक में किया गया है। वहीं, ख़्वाजा-ए-बिहार के नाम से मशहूर सैयद शाह अता हुसैन फ़ानी चिश्ती, जिनके योगदान से सूफ़ी मत में और भी गहराई आई, उनकी शिक्षाओं का भी समावेश किया गया है। इसके इलावा बिहार के और भी सूफ़ी संतों की जानकारी किताब में रहेगी।
यह किताब न केवल सूफ़ी परंपरा के अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण होगी, बल्कि बिहार की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को समझने में भी सहायक सिद्ध होगी। प्रकाशन की तारीख जल्द ही घोषित की जाएगी।
कौन है सय्यद अमजद हुसैन?
बिहार के शेखपुरा ज़िला में जन्में युवा लेखक सय्यद अमजद हुसैन इससे पहले भी अख़्तर ओरेनवी की जीवनी लिख चुके हैं और उसके बाद अब बिहार के सूफ़ी इतिहास पर लिखने की ओर अग्रसर हो गए हैं। अमजद अभी पश्चिम बंगाल के मौलाना अबुल कलाम आज़ाद यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी से स्नातक की पढ़ाई कर रहे हैं।