फ़िलिस्तीन के साथ एकजुट भारतीय जन (IPSP) ने सोमवार को दिल्ली के कड़कड़डूमा स्थित पिज़्ज़ा हट आउटलेट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन बॉयकॉट, डाइवेस्टमेण्ट एंड सैंक्शन्स (BDS) इंडिया आन्दोलन के तहत आयोजित किया गया।
प्रदर्शनकारियों ने पिज़्ज़ा हट के इज़रायली कंपनियों से संबंधों को उजागर करते हुए आरोप लगाया कि कम्पनी फ़िलिस्तीनी जनता के नरसंहार में अप्रत्यक्ष रूप से शामिल है। प्रदर्शन के दौरान पर्चे बांटे गए, नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया और पोस्टर व कलाकृतियाँ प्रदर्शित की गईं, जिनमें फ़िलिस्तीन पर हो रहे हमलों और मानवीय संकट को दिखाया गया।
IPSP ने याद दिलाया कि वर्ष 2017 में पिज़्ज़ा हट ने एक विज्ञापन जारी किया था, जिसमें इज़रायली जेलों में अमानवीय परिस्थितियों के खिलाफ भूख हड़ताल कर रहे फ़िलिस्तीनी राजनीतिक कैदियों का मज़ाक उड़ाया गया था।
संगठन ने यह भी बताया कि कब्ज़े वाले फ़िलिस्तीन में पिज़्ज़ा हट की 97 शाखाएँ सक्रिय हैं, जबकि हज़ारों फ़िलिस्तीनी इज़रायली नाकेबंदी के कारण भूखमरी झेल रहे हैं।
IPSP कार्यकर्ताओं ने कहा कि BDS आन्दोलन अब तक फ़िलिस्तीनी स्वतंत्रता संघर्ष के लिए सकारात्मक परिणाम दे चुका है और भारतीयों का कर्तव्य है कि वे इस अभियान को मज़बूती दें। उन्होंने कहा कि फ़िलिस्तीन का मसला किसी धर्म का नहीं, बल्कि आज़ादी और इन्साफ़ का है।
IPSP ने आरोप लगाया कि अब तक इज़रायल हज़ारों निर्दोष नागरिकों की हत्या कर चुका है और सैकड़ों लोगों को भूखमरी के कगार पर धकेल चुका है। हाल ही में 25 अगस्त को हुए हमले में 21 नागरिक सुरक्षा अधिकारियों और पत्रकारों की मौत हुई।
संगठन ने ऐलान किया कि आने वाले दिनों में इस तरह के विरोध प्रदर्शन और तेज़ किए जाएंगे।