दिल्ली के ऐतिहासिक लाल क़िले के पास हुए विस्फोट की घटना पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने गहरा दुःख और चिंता व्यक्त की है। बोर्ड ने इस हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है तथा घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।
बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना ख़ालिद सैफुल्लाह रहमानी ने एक प्रेस बयान में कहा कि राजधानी के सबसे संवेदनशील और ऐतिहासिक स्थलों में से एक के निकट हुआ यह विस्फोट बेहद गंभीर मामला है और इसकी निर्भीक, निष्पक्ष और बहु-स्तरीय जांच आवश्यक है।
मौलाना रहमानी ने कहा कि यदि यह घटना दुर्घटनात्मक थी तो यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि इससे निर्दोष नागरिकों की जान गई और कई लोग घायल हुए।
लेकिन यदि यह आतंकी घटना है, तो यह राष्ट्रीय सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा करती है—क्योंकि इस स्तर के सुरक्षा क्षेत्र में यदि ऐसी घटना हो सकती है, तो सुरक्षा तंत्र की समीक्षा अनिवार्य है।
उन्होंने कहा, “यह समय अफवाह, आरोप और राजनीतिक बयानबाज़ी का नहीं, बल्कि गंभीरता, एकजुटता और न्यायसंगत कार्रवाई का है।”
बोर्ड ने कहा कि इस कठिन समय में वह पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है और उनके लिए प्रार्थना करता है।

