अफगानिस्तान में सत्ता परिवर्तन को लेकर शुरू हुआ संघर्ष धीरे धीरे खत्म होता हुआ नज़र आ रहा हैं तालिबान पूरी तरह से सत्ता पर काबिज़ हो चुका है।
दुनिया भर में तालिबान का समर्थन और विरोध हो रहा हैं कुछ देश तालिबान के साथ खड़े है तो कुछ तालिबान के खिलाफ़ और भारत जैसे कुछ मुल्क अभी शांत है। इन देशों ने तालिबान को लेकर अभी तक अपनी राय प्रकट नहीं की हैं।
भारत ने फिलहाल तालिबान को लेकर कोई राय नहीं बनाई हैं लेकिन भारतीय नागरिकों ने अपनी राय बनानी शुरू कर दी हैं।
तालिबान का विरोध करने वाले लोगों को पूरी आज़ादी हैं कि वह कुछ भी बोल और लिख सकते हैं लेकिन समर्थन करने वालो पर लगातार एफआईआर हो रहीं हैं।
समाजवादी पार्टी के सांसद सफीकुर्रहमान बर्क द्वारा तालिबान के समर्थन में बयान देने के बाद उनके ऊपर एफआईआर कर दी गई है।
असम में भी पुलिस ने तालिबान का समर्थन करने वाले 14 लोगों को गिरफ्तार किया हैं। आरोप हैं कि इन लोगों ने सोशल मीडिया पर तालिबान के समर्थन में पोस्ट की थी।
असम पुलिस ने इन सभी लोगों पर यूएपीए एवं आईटी एक्ट के तहत कार्यवाही की गई हैं।
पत्रकार ज़ाकिर अली त्यागी के अनुसार “तालिबान,अफगानिस्तान को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की वजह से असम पुलिस ने 15 लोगों को गिरफ़्तार किया है, ये बात अलग है कि भारत मे डोनाल्ड ट्रंप के लिए हवन तक किया जाता है इस्लाम के दुश्मन अमेरिका का खुलकर सपोर्ट किया जाता है तो कोई कार्रवाई नही होती है, आप पर तो कार्रवाई तय है।”
तालिबान,अफगानिस्तान को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की वजह से असम पुलिस ने 15 लोगों को गिरफ़्तार किया है,ये बात अलग है कि भारत मे डोनाल्ड ट्रंप के लिए हवन तक किया जाता है इस्लाम के दुश्मन अमेरिका का खुलकर सपोर्ट किया जाता है तो कोई कार्रवाई नही होती है,आप पर तो कार्रवाई तय है।
— Zakir Ali Tyagi (@ZakirAliTyagi) August 21, 2021