उत्तर प्रदेश में तुष्टिकरण की राजनीति शुरु हो चुकी है तमाम राजनितिक पार्टियां मुसलमानो से किनारा कर रहीं हैं तथा बहुसंख्यकों को साधने में लग गईं हैं।
तथाकथित सेकुलर पार्टियां भी अब खुलेआम मुसलामानों का नाम लेने से बच रहीं हैं तथा बहुसंख्यकों को साधने की कोशिश कर रहीं हैं।
अपने आपको दलितों और मुसलमानो की हितेषी कहने वाली बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने यूपी के कद्दावर मुस्लिम नेता मुख़्तार अंसारी को टिकट देने से इंकार कर दिया है।
वो बात अलग हैं कि मुसलमानो से दूरी बनाने वाली मायावती ब्राह्मण समाज को खुश करने के लिए पूरे उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण सम्मेलन आयोजित करवा रहीं हैं।
मायावती द्वारा मुख़्तार अंसारी को अपनी पार्टी से टिकट देने से इंकार करने पर ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद असीम वकार ने अपनी पार्टी से टिकट देने का ऑफर दिया हैं।
सैयद असीम वकार के अनुसार “बीएसपी सुप्रीमों मायावती Use And Throw की राजनीती करती है, उन्होंने मुख़्तार अंसारी का टिकट काट कर किसी और को दे दिया है,
अगर मुख़्तार अंसारी साहब चुनाव लड़ना चाहे तो हमारे दरवाज़े उनके लिए खुले।
BSP Supremo @Mayawati जी Use And Throw की राजनीती करती है, उन्होंने मुख़्तार अंसारी का टिकट काट कर किसी और को दे दिया है,
अगर मुख़्तार अंसारी साहब चुनाव लड़ना चाहे तो हमारे दरवाज़े उनके लिए खुले https://t.co/Vdjtlpb52C https://t.co/q8zJUhtXkP https://t.co/PPtCXbeOmi pic.twitter.com/lSCEqPaLqw— syed asim waqar (@syedasimwaqar) September 10, 2021
एआईएमआईएम के इस खुले ऑफर के बाद फ़िलहाल मुख़्तार अंसारी की तरफ से कोई जवाब नहीं आया हैं लेकिन ख़बर हैं कि मुख़्तार जल्द ही बड़ा फैसला लेंगे।