राजधानी दिल्ली के इमामों की तनख्वाह को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा हैं. अरविंद केजरीवाल सरकार ने पिछले 10 महिने से इमामों की तनख्वाह रोक रखीं हैं।
इमामों ने दिल्ली वक्फ बोर्ड पर आरोप लगाते हुए कहा हैं कि, हमको 10 महिने से तनख्वाह नहीं मिल रही हैं. घर चलाना मुश्किल हो रहा हैं।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष अली मेंहदी को चांदनी चौक के उलमाओं ने बुलाकर अपना दुःख जाहिर किया. इस मीटिंग में 16 मस्जिदों के इमाम थे।
अली मेंहदी ने कहा कि इमामों को तनख्वाह सरकार की तरफ़ से नहीं मिलती हैं बल्कि वक्फ बोर्ड इमामों को तनख्वाह देता हैं. वक्फ बोर्ड को हमारी संपत्ति से ही इनकम होती हैं. यह कोई खैरात नहीं हैं।
इसलिए अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के विधायक जो वक्फ बोर्ड के चेयरमैन हैं वो जल्द से जल्द इमामों की तनख्वाह दे अन्यथा हम बड़ा विरोध प्रदर्शन करेंगे।
अली मेंहदी ने विडियो के माध्यम से अरविंद केजरीवाल को चेतावनी देते हुए कहा हैं कि “संघी अरविंद केजरीवाल जी दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड से इमामों की तनख़्वाह कब मिलेगी?”
संघी @ArvindKejriwal जी दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड से इमामों की तनख़्वाह कब मिलेगी ?👇 pic.twitter.com/wNAf4r98Je
— Ali Mehdi🇮🇳 (@alimehdi_inc) January 19, 2022
कांग्रेस नेता अल्का लांबा ने भी इमामों की तनख्वाह का मुद्दा उठाते हुए कहा हैं कि “दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी यह सब दिल्ली के वो इमाम हैं जिन्होंने कॉंग्रेस को छोड़ AAP का साथ दिया, आज AAP किसके दबाव में इनका हक़ / वेतन नहीं दे रहे हैं? शायद अब आपको इनकी जरूरत नहीं. चुनावों से पहले आपने इनके वेतन बढ़ाने तक कि बात की थी।”
दिल्ली के मुख्यमंत्री @ArvindKejriwal जी यह सब दिल्ली के वो इमाम हैं जिन्होंने कॉंग्रेस को छोड़ #AAP का साथ दिया,
आज #AAP किसके दबाव में इनका हक़ / वेतन नहीं दे रहे हैं??
शायद अब आपको इनकी जरूरत नहीं.
चुनावों से पहले आपने इनके वेतन बढ़ाने तक कि बात की थी.@alimehdi_inc @INCDelhi pic.twitter.com/gMi0Rj0Y0Y— Alka Lamba (@LambaAlka) January 16, 2022
इसपर अली मेंहदी नहीं कहा, आपको वोट नहीं दे पाए पर हमेशा आप मायनॉरिटी की लड़ाई मज़बूती से लड़ती हो अल्का लांबा जी, आप जैसी शख़्सियत ने “गंगा जमुनी” तहज़ीब को बचा रखा है. हम इमामों की लड़ाई लड़ते आ रहे है और संघीवाल से यह लड़ाई पूरी मज़बूती से साथ मिलकर लड़ेंगे।