उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बहुमत भले ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मिला हो लेकिन उसके कई बड़े चेहरों को अपनी सीटें गवानी पड़ी है।
मुजफ्फरनगर दंगों के आरोपी एवं हिंदुत्ववादी चेहरे संगीत सोम और सुरेश राणा को जनता ने इस बार नकार दिया।
इसके साथ साथ हिंदुत्ववादी चेहरे उमेश मलिक और पूर्व सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को भी करारी हार का सामना करना पड़ा।
विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान मुसलमानों के खिलाफ बयानबाज़ी करने वाले हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी राघवेंद्र सिंह को भी हार का सामना करना पड़ा।
मुजफ्फरनगर दंगों के आरोपी सुरेश राणा को राष्ट्रीय लोकदल के अशरफ अली खान से 10 हजार से अधिक वोटों से हराया हैं।
संगीत सोम को सपा नेता अतुल प्रधान ने 18,000 से अधिक वोटों से हराया हैं. सरधना विधानसभा सीट पर पहली बार समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार जीता हैं।
मुजफ्फरनगर दंगों के एक अन्य आरोपी हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को समाजवादी पार्टी के नाहिद हसन ने 26 हज़ार वोटों से हराया हैं. इनके लिए गृह मंत्री अमित शाह ने घर घर जाकर प्रचार किया था।