जोरहाट (असम) — जोरहाट जिला प्रशासन ने मंगलवार को भारी पुलिस सुरक्षा के बीच एक मदरसा और उससे सटी मस्जिद की चारदीवारी को ढहा दिया। यह कार्रवाई असमिया राष्ट्रवादी संगठन बिर लचित सेना के आरोपों के बाद की गई, जिसमें दावा किया गया था कि ये धार्मिक ढांचे सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाए गए हैं।
प्रशासन का कहना है कि यह कदम “अवैध निर्माण हटाने के नियमित अभियान” का हिस्सा है, जबकि अब तक अतिक्रमण के आधिकारिक दस्तावेज सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।
बिर लचित सेना, जो अपने आक्रामक “अवैध प्रवासन विरोधी” रुख के लिए जानी जाती है, ने इस कार्रवाई को “मूलनिवासी अधिकारों की जीत” बताया और अन्य इलाकों में भी ऐसे कदम उठाने का संकेत दिया।
वहीं, आलोचकों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से मुस्लिम विरोधी पूर्वाग्रह और गहराएगा।
स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि यह मदरसा वर्षों से बच्चों की शिक्षा का केंद्र रहा है और इसे गिराना उनकी पहचान मिटाने की कोशिश है।