विचार एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की पक्षधर दिखने वाली कांग्रेस पार्टी भी अब पत्रकारों की आवाज़ को दबाने लगीं हैं।
कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ में पत्रकार नीलेश शर्मा को व्यंग्य लिखने के आरोप गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया।
नीलेश शर्मा इंडिया राइटरर के संपादक हैं. वह ‘घुरवा के माटी’ के नाम से राजनीतिक व्यंग्य पर एक सीरीज चलाते हैं. जिसमें छत्तीसगढ़ कॉन्ग्रेस नेताओं के काल्पनिक कैरेक्टर को दिखाया जाता हैं।
घुरवा के माटी सीरीज में कॉन्ग्रेस नेताओं के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता खिलवान निषाद ने नीलेश शर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. जिसपर साइबर सेल ने तुरंत एफआईआर दर्ज़ करके पत्रकार नीलेश शर्मा को गिरफ्तार कर लिया।
पत्रकार आलोक पुतुल के अनुसार “छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के खिलाफ व्यंग्य लिखने के आरोप में जेल भेजे गये पत्रकार नीलेश शर्मा के परिजनों ने आरोप लगाया कि उन्हें रायपुर जेल में मिलने नहीं दिया जा रहा. आज सरकार ने उन्हें 110 KM दूर बिलासपुर जेल भेज दिया है. राज्य में पत्रकार सुरक्षा क़ानून बन रहा है।”
छत्तीसगढ़ की @INCIndia सरकार के खिलाफ व्यंग्य लिखने के आरोप में जेल भेजे गये पत्रकार नीलेश शर्मा के परिजनों ने आरोप लगाया कि उन्हें रायपुर जेल में मिलने नहीं दिया जा रहा.
आज सरकार ने उन्हें 110 KM दूर बिलासपुर जेल भेज दिया है.
राज्य में पत्रकार सुरक्षा क़ानून बन रहा है. pic.twitter.com/fGnRvmuKAh
— Alok Putul (@thealokputul) March 5, 2022
स्वंतत्र पत्रकार आलीशान जाफरी का कहना हैं कि “गालीचरण को हटा दें तो रायपुर धर्मसंसद में और उससे पहले सामूहिक यौन हिंसा और हत्या उकसाने वाले धर्म गुरुओं पर सरकार ने कोई कार्यवाही नहीं करी थी. पुलिस ने हमें बताया था कि इससे विवाद पैदा हो जाएगा. मगर पत्रकार और व्यंग्यकार पर कार्यवाही से विवाद नहीं होगा? यह स्वभाकिव है?”
https://twitter.com/alishan_jafri/status/1500381450792620033?t=J5g6JD8vYsG3AuOClYxWJw&s=19