बिहार में मामूली बात को लेकर हुए तनाव के बाद गोदी मीडिया पूरी तरह से एक्टिव हो गया हैं तथा मुसलमानों को बदनाम करने के लिए फेंक न्यूज़ का सहारा ले रहा हैं।
हालांकि बिहार पुलिस की सतर्कता के कारण गोदी मीडिया के सभी अरमानों पर पानी फिरता हुआ नज़र आ रहा हैं।
बीती 23 जुलाई को इंडिया टीवी ने बिहार से संबंधित एक ख़बर चलाई, जिसमें लिखा कि, दरभंगा में दो समुदाय में तनाव, मुस्लिम समुदाय ने दुर्गा मंदिर में की पत्थरबाजी, तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल की तैनाती।
इस ख़बर के वायरल होते ही हिंदू समुदाय की भावना भड़क गईं, लेकिन इस मामले पर दरभंगा पुलिस की तारीफ़ करनी होगी की उन्होंने समय रहते इस ख़बर की पड़ताल की जिसमें मंदिर पर हमले की बात झूठ निकली।
दरभंगा पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्वीटर अकाउंट से इस खबर का खंडन करते हुए कहा कि, इंडिया टीवी ने झूठी और भ्रामक खबर पेश की. किसी के द्वारा मंदिर पर न तो झंडा/निशान लगाया गया और ना हीं मंदिर पर पथराव किया गया है. कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा चल रही शांति समिति की बैठक और उसमे लिये गए निर्णय की अवहेलना करते हुए हंगामा प्रारंभ किया गया, फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
आपको बता दें कि, दरभंगा पुलिस द्वारा घटना की सच्चाई उजागर करने बाद इंडिया टीवी ने इस ख़बर को हटा दिया हैं।
दरभंगा पुलिस ने लोगों से अनुरोध करते हुए कहा है कि अफ़वाहों से दूर रहें, आपसी सद्भाव बनाए रखें, असामाजिक तत्वों की पहचान करने में सहायता करें, घटनास्थल पर पर्याप्त बल तथा दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त किए गए हैं।
असामाजिक तत्वों की पहचान कर प्राथिमिकी दर्ज किए जाने की कार्रवाई की जा रही है, जल्द से जल्द इनकी गिरफ़्तारी की जाएगी. यहीं बात abv news बिहार के लिये भी है. इनकी शेष खबर तो सही है किंतु गोली चलाए जाने की बात ग़लत है।
इस मामले पर पत्रकार ज़ाकिर अली त्यागी का कहना हैं कि, दरभंगा पुलिस को त्वरित फ़र्ज़ी ख़बर फ़ैला ज़हर घोलने वाले चैनल पर एक्शन लेना चाहिए, यह ख़बर कोई छोटी ख़बर नही है यह दंगा कराने की एक साज़िश है जिसे आपने नाक़ाम कर दिया अब चैनल पर कार्रवाई ज़रूर कर दीजिए।