जम्मू कश्मीर का माहौल एक बार फ़िर से ख़राब करने की कोशिश की जा रहीं हैं. मिडिया गलत अफवाहों के ज़रिए लोगों के दिमाग़ में ज़हर भर रहीं हैं।
मिडिया द्वारा कश्मीर में हिंदुओं की हत्याओं का दोषी मुसलमानो को ठहराया जा रहा हैं. कश्मीरी अख़बार के मुताबिक़ इस साल अब तक 28 लोगों की हत्याएं हुईं हैं. जिनमें से 7 हिंदू तथा बाकी मुसलमान नागरिक हैं।
कश्मीरियों का कहना हैं कि इस बार हत्याओं का तरीका बदल चुका हैं. इस बार हत्याएं सरकार समर्थकों की हो रहीं हैं।
इन हत्याओं से कश्मीर के हिंदुओं में खौफ हैं तथा कुछ लोग पलायन करने की भी बात कह चुके हैं. जिसके बाद से वहा के मुसलमान उनके समर्थन में उतर आएं हैं।
मुस्लिम समाज के लोग हत्याओं के विरोध में हो रहें प्रदर्शनों में हिंदुओं के साथ मिलकर भाग ले रहें हैं। मुस्लिम धर्म गुरु भी हिंदुओं के साथ खड़े होने के ऐलान कर रहें हैं।
श्रीनगर की जामा मस्जिद समेट कश्मीर की तमाम मस्जिदों से यह ऐलान हो रहा हैं कि “हिंदुओं की हिफाज़त हमारी ज़िम्मेदारी हैं”।
मुस्लिम समाज के लोग कह रहें हैं कि हम बरसों से साथ रह रहें हैं तथा आगे भी साथ रहेंगे. तथा मुस्लिम समाज के लोग हिंदुओं के घर जाकर उनके दुःख में भी शामिल हो रहें हैं।