महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर पर अज़ान देने पर लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है जिसको देखते हुए मुस्लिम समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर अपनी समस्याएं रखी।
इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आसिम आजमी ने किया. उन्होंने बताया कि मस्जिदों में अज़ान के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल सुप्रीम कोर्ट की हिदायतों के तहत ही किया जाता है। लेकिन कुछ नफ़रत फैलाने वाले लोग जान-बूझकर पुलिस और प्रशासन पर दबाव बनाकर मस्जिदों के लाउडस्पीकर हटवाने की कोशिश कर रहे हैं। इस रवैये से मुस्लिम समाज में नाराज़गी पाई जा रही है।
अबू आसिम आजमी के मुताबिक, इस सिलसिले में आज हमने मुस्लिम समाज के वरिष्ठ प्रतिनिधियों के शिष्टमंडल के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाक़ात की और एक निवेदन देकर इस मसले पर मुनासिब हिदायतें (गाइडलाइन्स) तय करने का निवेदन किया।
हमने ये प्रस्ताव रखा कि हर शहर में पुलिस, मुस्लिम नुमाइंदे, और मस्जिदों के ट्रस्टी के साथ एक मुशावरती मीटिंग आयोजित की जाए, ताकि इस नाज़ुक मसले का पुरअमन हल निकाला जा सके और इसे सियासी मक़सदों के लिए इस्तेमाल करने वालों पर लगाम लगाई जा सके।
इसपर मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस जी ने मुंबई पुलिस कमिश्नर श्री देवेन भारती से बात की और हिदायत दी की कोई भी कार्रवाई के वक़्त कानून को हाथ में ना लिया जाए और हमारे निवेदन के मुताबिक जल्द ही उलेमाओं, NGOs, और अन्य सदस्यों के साथ बैठक बुलाने का सकारात्मक आश्वासन दिया।
बैठक में शिष्टमंडल द्वारा ईद उल अज़हा (बकरा ईद) और क़ुरबानी को लेकर भी चर्चा की गई जिसमे यह निवेदन किया गया है कि बकरा ईद पर मुस्लिम समुदाय अपने धार्मिक फ़राइज़ को सम्मानपूर्वक अदा कर सके, इसके लिए पुलिस, मुंबई महानगरपालिका और प्रशासन पूरा सहयोग करें, ताकि त्योहार अमन, शांति और व्यवस्था के साथ मनाया जा सके।