जम्मू-कश्मीर से सांसद अगा सैयद रुहुल्लाह मेंहदी ने आरोप लगाया है कि संसद में उन्हें महत्वपूर्ण मुद्दे उठाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
सोशल मीडिया पर साझा किए गए संदेश में उन्होंने कहा कि बीते तीन दिनों से वे जम्मू में अरफ़ाज़ अहमद के घर और गांदरबल ज़िले में अन्य घरों के ध्वस्तीकरण का मामला संसद में उठाने के लिए नोटिस दे रहे हैं, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिल रहा।
मेंहदी ने बताया कि वे यह मुद्दा ज़ीरो ऑवर में उठाना चाहते थे और मानवता के आधार पर मदद करने वाले जम्मू के क़ुलदीप शर्मा की सराहना भी करना चाहते थे।
लेकिन, तीसरे दिन मार्शल की ओर से उन्हें बताया गया कि यह “विवादित मुद्दा” है और स्पीकर के निर्देश के अनुसार ऐसे विषयों को अनुमति नहीं दी जा सकती।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनसे विषय बदलकर ऐसा मुद्दा उठाने को कहा गया जो सरकार के लिए “अनुकूल” हो।
आगा रुहुल्लाह मेंहदी ने इस स्थिति को “कंट्रोल्ड डेमोक्रेसी” बताते हुए कहा कि चुने हुए जनप्रतिनिधियों को अपनी आवाज़ उठाने से रोकना लोकतंत्र की भावना के ख़िलाफ़ है।

