हरियाणा के मेवात में हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स (APCR) ने फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट ज़ारी की हैं।
रिपोर्ट में बताया गया हैं कि, सांप्रदायिक हिंसा के बाद से नूंह के लोग खौफ के माहौल में जी रहें हैं, पुलिस बड़ी तादाद में नौजवानों और नाबालिग बच्चों को गिरफ़्तार कर रहीं हैं।
पुलिस ने कोल्डरिंग सप्लाई करने वाले 15 साल के नाबालिग बच्चें को सुबह सुबह गिरफ्तार किया था, इसके अलावा पुलिस पर महिलाओं के साथ बदसलूकी करने का भी आरोप लगा हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक़, हिंसा के बाद पुलिस ने मुसलमानों के ख़िलाफ़ एकतरफा कार्रवाई की हैं, मुसलमानों के दुकानों और मकानों पर बुल्डोजर की कार्यवाही का जिक्र करते हुए कहा कि, पीड़ितों दुःख बयान नहीं किया जा सकता।
रिपोर्ट रिलीज के दौरान गुरुग्राम की मस्जिद में हिंदुत्ववादी भीड़ के शिकार हाफिज साद के भाई शादाब अनवर भी मौजूद रहें, उन्होंने एपीसीआर से हाफिज साद का केस लड़ने और न्याय दिलाने की मांग की हैं।