पिछले कई दिनों से बिहार के अलग अलग हिस्सों में घूम घूम कर जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव बिहार की स्वास्थ्य व्यस्था की पोल खोल रहे हैं।
दो दिन पहले ही पप्पू यादव ने खुलासा किया था कि बिहार के छपरा से भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने अपने गांव में टेंट के अंदर दर्जनों एम्बुलेंस छुपा कर रखे थे। पप्पू यादव द्वारा वीडियो जारी करने के बाद से ही बिहार में हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया।
एक दिन बाद ही पप्पू यादव ने एक और वीडियो जारी किया जिसमें ये दिख रहा है कि सांसद राजीव प्रताप रूडी एम्बुलेंस का इस्तेमाल बालू ढोने के लिए कर रहे हैं।
वीडियो जारी करते हुए उन्होंने लिखा कि “एम्बुलेंस का राजीव प्रताप रूडी जी बालू ढोने में बहुत बेहतरीन उपयोग कर रहे थे। इसके लिए उनके पास ड्राइवर भी उपलब्ध था।
लेकिन बीमारों की मदद के लिए एम्बुलेंस चलाने के लिए ड्राइवर नहीं था।”
एम्बुलेंस का राजीव प्रताप रूडी जी बालू ढोने में बहुत बेहतरीन उपयोग कर रहे थे। इसके लिए उनके पास ड्राइवर भी उपलब्ध था।
लेकिन बीमारों की मदद के लिए एम्बुलेंस चलाने के लिए ड्राइवर नहीं था। @RajivPratapRudy @PMOIndia pic.twitter.com/IoCgG020ZC
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) May 8, 2021
वहीं दूसरी ओर पत्रकार ‘उत्कर्ष सिंह’ ने एक अन्य वीडियो अपने ट्विटर पर डाला है जिसमें ये साफ तौर पर देखा जा सकता है कि एक व्यक्ति हाथ से खींचने वाले ठेले पर मरीज़ को अस्पताल लेकर जा रहा है। ध्यान से देखने पर पता चलता है कि ये वीडियो बिहार के नरकटियागंज का है।
एंबुलेंस में बालू, ठेले पर मरीज
बिहार का हेल्थ सिस्टम… pic.twitter.com/M4pqpBqoPQ
— Utkarsh Singh (@UtkarshSingh_) May 9, 2021
एक तरफ बिहार के मुख्यमंत्री खुद को सुशासन बाबू कहलाने में फख्र महसूस करते हैं। वहीं दूसरी तरफ ये तस्वीरें और ये वीडियो इस बात का सबूत है कि बिहार में सुशासन नहीं बल्कि कुशासन की सरकार है।
एम्बुलेंस की कमीे के कारण लोग लाशों को मोटरसाइकिल, ऑटो रिक्शा, ठेला और सायकिल पर लाद को शमशान तक लेकर जा रहे हैं वहीं भाजपा सांसद के यहां दो दर्जन से अधिक एम्बुलेंस पड़े पड़े सड़ रहे हैं।
यही नहीं बल्कि सांसद जी इन एम्बुलेंस का इस्तेमाल बालू ढोने के लिए कर रहे हैं। यही नहीं वीडियो वायरल होने के बाद सांसद जी बड़े आराम से कह देते हैं कि ड्राइवर नहीं मिला इसी वजह से एम्बुलेंस नहीं चलवा रहे हैं।
जिस बिहार के नौजवान दिल्ली से लेकर सऊदी अरब तक ड्राइवर की नौकरी के लिए दर दर की ठोकरें खाते हैं उसी बिहार में सांसद जी को दो दर्जन ड्राइवर नहीं मिल रहे हैं। है न अच्छा मज़ाक। ये सिर्फ बिहार में ही मुमकिन है। और खुद को सुशासन बाबू कहलवाने में गर्व महसूस करने वाले नीतीश कुमार चुप्पी साधे हुए हैं।