उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सभी पार्टियां समान विचारधारा वाली पार्टियों से गठबंधन कर रहीं हैं. ऐसे में राष्ट्रीय उलमा काउंसिल ने भी एआईएमआईएम से गठबंधन करने की इच्छा ज़ाहिर की हैं।
हाल ही में ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने ऐलान किया था कि “जब तक उत्तर प्रदेश में मुसलमानों की कयादत बना नहीं लूंगा उत्तर प्रदेश में बार-बार आता रहूँगा।”
जिसके बाद राष्ट्रीय उलमा काउंसिल ने एआईएमआईएम के साथ गठबंधन करके विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा ज़ाहिर की हैं।
राष्ट्रीय उलमा काउंसिल का कहना हैं कि “मोहतरम ओवैसी साहब, उत्तर प्रदेश में पिछले 10 सालों से ज़मीन पर राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल और पीस पार्टी मुसलमानों की क़यादत कर रही है, हर मसले पे लड़ रही है, उनके मसाएल हल कर रही है। आप क्यों नही इन्हें साथ लेकर मुस्लिम क़यादत को मजबूत करते हैं? आइये साथ मिलकर मज़बूत क़यादत खड़ी करें।”
मोहतरम ओवैसी साहब!
उत्तरप्रदेश में पिछले 10 सालों से ज़मीन पर राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल और पीस पार्टी मुसलमानों की क़यादत कर रही है, हर मसले पे लड़ रही है, उनके मसाएल हल कर रही है। आप क्यों नही इन्हें साथ लेकर मुस्लिम क़यादत को मजबूत करते हैं? आइये साथ मिलकर मज़बूत क़यादत खड़ी करें। https://t.co/jXZ0wXV0ES— Rashtriya Ulama Council (RUC) (@RUConline) December 20, 2021
हालांकि अभी तक एआईएमआईएम ने इस बात का जवाब नही दिया हैं. इससे पहले पीस पार्टी भी एआईएमआईएम के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ने की इच्छा ज़ाहिर कर चुकी हैं।
आपको बता दें कि पीस पार्टी और राष्ट्रीय उलमा काउंसिल विधानसभा चुनाव के लिए पहले से ही गठबंधन कर चुकी हैं।