कांग्रेस शासित तेलंगाना में सांप्रदायिक हिंसा भड़कने से हालात तनावपूर्ण हो गए है. शांति बहाल करने के लिए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 163 लगा दी गई है और इंटरनेट भी बंद कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक, आसिफाबाद जिले के जैनूर गांव में 45 साल की आदिवासी महिला के साथ दूसरे समुदाय के किसी व्यक्ति ने रेप और मर्डर की कोशिश की थीं।
जिसके बाद 4 सितंबर आदिवासी संगठनों ने घटना के विरोध में प्रदर्शन किया, इस दौरान लगभग 2 हजार आदिवासियों की भीड़ ने मुस्लिम समुदाय के लोगों के ऊपर हमला कर दिया।
जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण होती चली गई तथा प्रदर्शन कर रहें लोग दंगाई बन गए और मुसलमानों के धार्मिक स्थल पर पथराव शुरू कर दिया. दुकानों में आग लगा दी।
जानकारी के मुताबिक इस दौरान दूसरी तरफ से भी पथराव किया गया. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए बुधवार शाम होते-होते रैपिड एक्शन फोर्स को बुलाकर इलाके में कर्फ्यू लगा दिया।
इस घटना पर एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि मैंने जैनूर में सांप्रदायिक अशांति की घटनाओं के बारे में तेलंगाना के DGP से बात की है। डीजीपी ने मुझे आश्वासन दिया है कि इस पर नजर रखी जा रही है। अतिरिक्त पुलिस फोर्स भी भेजी जा रही है। कानून को अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।