जम्मू कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस (JKNC) के सांसद आग़ा रुहुल्लाह मेंहदी ने चीफ़ जस्टिस ऑफ इंडिया डी. वाई. चंद्रचूड़ के कार्यकाल को लेकर सख़्त टिप्पणी की है।
सांसद रुहुल्लाह मेंहदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर (एक्स) एकाउंट के ज़रिए कहा कि, कल सीजेआई डी.वाई. चंद्रचूड़ का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, इसलिए हममें से कई लोग उन्हें बाबरी मस्जिद पर फैसला लिखने और पारित करने के लिए याद करेंगे।
जिसमें उन्होंने उन अपराधियों को पुरस्कृत किया, जिन्होंने फैसले के अनुसार मस्जिद को ध्वस्त करके अपराध किया था। उनकी विरासत तब और खतरनाक हो जाती है जब वे कहते हैं कि यह फैसला केवल संविधान और कानून से नहीं लिया गया था, बल्कि एक विशेष धर्म के देवता द्वारा तय किया गया था, जो उस मामले में एक पक्ष था।
जम्मू-कश्मीर में उन्हें कार्यकारी आदेश को संविधान पर वरीयता देने के लिए भी याद किया जाएगा। अपने ज्ञान और परिश्रम के बावजूद, उनके फैसले अक्सर भारत के संघीय ढांचे की सुरक्षा के बजाय सरकारी हितों के साथ अधिक संरेखित होते थे।
उन्होंने मोदी सरकार के अनुच्छेद 370 को असंवैधानिक रूप से निरस्त करने के फैसले को बरकरार रखा, जो अनिवार्य रूप से एकतरफा कार्यकारी आदेश को वैध बनाता है, जिसने एक मूलभूत संप्रभु वादे को कमजोर कर दिया।