महाराष्ट्र के नासिक जिले के सिन्नर में पैगंबर मुहम्मद (ﷺ) की शान में की गई गुस्ताखी का मुस्लिम स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया (एमएसओ) ने कड़ा विरोध करते हुए महाराष्ट्र सरकार से संत रामगिरी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।
एमएसओ ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलशाद नूर (एडवोकेट) ने कहा कि कथित धर्मगुरु रामगिरी ने पैगंबर मुहम्मद (ﷺ) का अपमान कर देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर के करोड़ो मुस्लिमों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।
उन्होने कहा कि एक मुसलमान सब कुछ बर्दाश्त कर सकता है। लेकिन पैगंबर मुहम्मद (ﷺ) का अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं कर सकता।
उन्होने कहा कि धर्मगुरुओं का काम समाज में एकता और भाईचारा स्थापित करना होता है। इसके विपरीत रामगिरी ने समाज में जहर घोलने का कार्य किया।
उन्होने कहा कि रामगिरी का ये बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसे पूरी दुनिया देख रही है।
एडवोकेट नूर ने कहा कि भारत की पूरे विश्व में “वसुधैव कुटुम्बकम” और “विविधता में एकता” की छवि है। इसके साथ ही भारत के मुस्लिम देशों से भी बेहद ही दोस्ताना सबंध है। रामगिरी का ये बयान भारत की इस छवि को नुकसान पहुंचा रहा है। उन्होने महाराष्ट्र सरकार से रामगिरी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।