गुरुद्वारों और मस्जिद को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले भाजपा नेता संजय दायमा की मुश्किलें बढ़ती ही जा रहीं हैं, आज़ाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आज़ाद ने उनके ख़िलाफ़ सख़्त से सख़्त कार्यवाही करने की मांग की हैं।
चंद्रसेखर आज़ाद के मुताबिक़, बीजेपी नेता संजय दायमा द्वारा राजस्थान के तिजारा में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि “किस तरह मस्जिदें, किस तरह गुरुद्वारे बना कर, हमारे यहाँ छोड़ दिये हैं…जो आगे चलकर हमारे लिए नासूर बन जाएँगे इसलिए हमारा फर्ज़ बनता कि इस नासूर को यहाँ से उखाड़कर फेंक देंगे”
इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी भी मंच पर उपस्थित थे और संजय दायमा के बयान पर ताली बजा रहे थे।
जब इस मुद्दे पर पूरा सिख समाज आक्रोशित हुआ और तब संदीप दायमा ने माफी मांगी , लेकिन माफी में कहा कि यह मदरसों के खिलाफ बोलना चाहता था, लेकिन इसके मुंह से गुरुद्वारा निकल गया, भाजपा नेता की यह टिप्पणी और भी शर्मनाक है इससे स्पष्ट होता है कि भाजपा नेता चुनावी फायदे के लिये अन्य धर्मों के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करते है।
भाजपा नेता का यह बयान संविधान की मूलभूत भावना को आहत करने वाला है. आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) इसकी कड़ी निन्दा करती हैं और भाजपा नेता पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की माँग करती हैं।
चंद्रशेखर आज़ाद का कहना है कि, बीजेपी के इन नेताओं का यह शगल बन गया है कि पहले गलत भड़काऊ बयान दो, फिर माफी मांग लो जबकि जरूरत है कि इनको अपनी देश विरोधी सांप्रदायिक मानसिकता को छोड़कर मानवता के रास्ते पर संविधानिक तरीके से काम करना चाहिए ।
इस मुद्दे पर हम, हमारे मुस्लिम और सिक्ख समाज के साथ है। ऐसे नेताओं पर अगर कार्यवाही नही हुई तो हम सड़कों पर आने के लिये तैयार हैं लेकिन मुल्क में किसी भी कीमत पर फिरकापरस्ती को सहन नहीं किया जाएगा ।