कल दिन से ही बिहार की राजनीति में भारी उथल पुथल मची हुई है। एक तरफ जहां युवा सड़कों पर प्रदर्शन करते हुए डंडे खा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ विधायक भी विधानसभा में संघर्ष करते हुए पीटे जा रहे हैं।
कल विधानसभा सत्र के दौरान सरकार द्वारा लाये गए बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बल विधेयक पर बहस हो रही थी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जैसे ही बोलने के लिए खड़े हुए स्पीकर ने उन्हें बोलने से रोका। इसके विरोध में तमाम विपक्षी दल के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया।
भारी हंगामे के बीच पटना के DM और SP ने विपक्ष के तमाम विधायकों को घसीट घसीट कर सदन से बाहर फेंक दिया। महिला विधायकों को भी बुरी तरह मारा गया। तेजस्वी यादव को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
अपने पार्टी के विधायकों के पीटे जाने के बाद से ही तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर हैं।
नीतीश कुमार और पटना के अधिकारियों पर हमला बोलते हुए फ़ेसबुक पर कई पोस्ट किए।
तेजस्वी यादव ने पोस्ट करते हुए लिखा है कि
” मेरा नाम तेजस्वी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके कठपुतली अधिकारियों को अच्छे से पता होना चाहिए कि कोई भी सरकार स्थायी नहीं होती है। हमारे पास सभी का फ़ुटेज है। जनतंत्र में जनता मालिक होती है। सत्ता किसी की बपौती नहीं है।
विधानसभा के अंदर माननीय विधायकों के साथ जिस तरह का दुर्व्यवहार और मारपीट की गई वह पूर्णत: अलोकतांत्रिक है। इन्होंने एक असंसदीय परंपरा स्थापित की है। यदि मुख्यमंत्री इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए माफी नहीं मांगते हैं, तो हम शेष कार्यकाल के लिए विधानसभा का बहिष्कार कर सकते हैं।”