दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने आप को किसानों का सबसे बड़ा हमदर्द बताते हुए पूरे देश मे घूम रहे है लेकिन दिल्ली के किसानों के साथ धोखा कर रहे है।
दिल्ली की नरेला अनाज मंडी में किसानों के साथ लगातार बेईमानी की जा रही है मंडी के गेट पर तो पोस्टर लगा है कि यहां पर एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर अनाज खरीदा जा रहा है लेकिन मंडी के अंदर ऐसा बिल्कुल नही है।
मंडी में किसान जब दो ट्राली गेहूं लेकर पहुँचता है तो फूड कारपोरेशन ऑफ इंडिया (एफसीआई) द्वारा सिर्फ एक ही ट्राली गेहूं खरीदा जाता है जिसके कारण किसान अपनी अन्य दूसरी ट्राली गेहूं को एमएसपी से कम में या फिर आढ़तियो को दो फीसदी कमीशन पर बेचने को मजबूर हो जाता है।
किसानों का कहना है कि हमारे पास गेहूं बहुत है लेकिन सरकार खरीद नही रही है इसलिए हम गेहूं स्टोर नही कर सकते जिसके कारण कम दामों में भी बेचने पर मजबूर है।
कांग्रेस नेता अल्का लांबा ने किसानों के समर्थन में ट्विट करते हुए कहाँ है कि केजरीवाल अपनी ही मंडी में नही दिलवा पा रहे है दिल्ली के किसानों को “न्यूनतम समर्थन मूल्य” आम आदमी पार्टी द्वारा बैठाया गया नेता भी किसानों को निजी हाथों में कम दाम पर गेहूं बेचने के लिए मजबूर कर रहा है।