उत्तर प्रदेश के ज़िला आजमगढ़ स्थित मदरसा जमीअतुर राशद में बीते इतवार को दस्तारबंदी के कार्यक्रम का अयोजन हुआ जिसमें कुल 32 छात्र छात्राओं को हाफिज ए कुरान की डिग्री मिली।
डिग्री मिलने वाले छात्रों में 30 लड़के तथा 2 लड़किया शामिल थीं, कार्यक्रम का अयोजन राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी मदनी के नेतृत्व में हुआ।
इस मौके पर मौलाना आमिर ने बानी ए जामिया मौलाना मुजीबुल्लाह नदवी र.अ. के नाम से प्रथम “मौलाना मुजीबुल्लाह नदवी अवार्ड” की भी घोषणा की. इस अवॉर्ड शिक्षा, साहित्य, समाजिक, स्वास्थ, राजनैतिक और शोध के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले गणमान्य लोगों को पुरस्कृत भी किया गया।
मौलाना आमिर का कहना हैं कि, हमारे मदरसे जमीअतुर राशद में पिछले रविवार को एक शानदार कार्यक्रम हुआ जिसमें 30 लड़के और 2 लड़कियों की हिफ़्ज़ ए क़ुरान मुकम्मल करने पे दस्तारबंदी हुई और कुरआन की अहमियत और ज़रूरत पे बेहतरीन बयानात हुए।
अल्हम्दुलिल्लाह प्रोग्राम शानदार रहा और अवाम ने जामिया की इस नई पहल को भी खूब सराहा जिसके जरिये हमारी कोशिश ये रही कि ऐसे नायाब हीरोज़ को सम्मानित किया जाए जो खामोशी से अपने क्षेत्र में बड़ा कारनामा अंजाम दे रहे हैं. जिससे कि पूरी मानवता को लाभ पहुंच रहा है।