बाराबंकी में जिला प्रशासन ने एक मस्जिद को बिना किसी कानूनी नोटिस के सोमवार को गिरा दिया।
मस्जिद गिराए जाने के बाद स्थानीय मुसलमानों में प्रशासन के खिलाफ़ काफ़ी गुस्सा है
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना खालिद सैफुल्ला रहमानी ने दावा किया, “राम सनेही घाट तहसील में सदियों पुरानी गरीब नवाज मस्जिद को प्रशासन ने बिना किसी कानूनी औचित्य के सोमवार रात पुलिस की मौजूदगी में ध्वस्त कर दिया।”
उन्होंने इस मामले की न्यायिक जांच उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से कराने और कार्रवाई के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित करने की मांग की हैं।
यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने भी इस घटना की निंदा करते हुए इसे सत्ता का दुरुपयोग बताया है।