मणिपुर में दो महिलाओं के साथ हुए दुर्व्यवहार और यौन शोषण के मुद्दे पर पूरी दुनियां में भारत की बदनामी हो रहीं हैं, महिला सुरक्षा को लेकर भारत सरकार पर गंभीर सवाल खड़े हो रहें हैं।
अंतर्राष्ट्रीय पत्रकार एवं गुजरात फाइल्स की लेकर राणा अय्यूब ने एस्पेन सिक्योरिटी फोरम में मणिपुर की घटना का ज़िक्र करते हुए महिला सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
राणा अय्यूब ने कहा कि, आज हमने मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न घुमाते हुए एक वीडियो देखा, जिसके बाद भारतीय प्रधानमंत्री को बयान देने के लिए मजबूर होना पड़ा. आजादी के 75वें वर्ष पूरे होने पर भी भारत में महिलाओं को सुरक्षित नहीं हैं।
एक तरफ़ हमारा देश आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा था तो दूसरी तरफ़ उसी दिन मोदी सरकार बिलकिस बानो के बलात्कारियों को रिहा कर रहीं थीं।
राणा अय्यूब ने आगे कहा, अमेरिका की यात्रा के दौरान लोकतंत्र का दावा करने वाले प्रधानमंत्री खुद भारत में मुस्लिम विरोधी भावना को बढ़ावा देते हैं वह पाखंडी हैं।
इसके अलावा राणा अय्यूब ने भारत में गिरते लोकतंत्र, छात्रों और आलोचकों को जेल में डालने एवं नागरिक स्वतंत्रता पर हमले का भी मुद्दा उठाया।