तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने यूनाइटेड नेशन (UN) की जनरल असेंबली में कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए कहा कि साउथ एशिया में शांति और विकास के लिए कश्मीर में न्याय के साथ शांति स्थापित करना बेहद जरूरी है।
एर्दोगन ने अपने भाषण में कहा कि, कश्मीर में शांति के लिए जो भी कदम उठाए जाएंगे हम लोग उसका समर्थन करेंगे. भारत और पाकिस्तान को आपसी बातचीत के जरिए इस मुद्दे को सुलझाना चाहिए।
आपको बता दें कि, तुर्की हमेशा से कश्मीर के मुद्दे को आपसी बातचीत से सुलझाने की वकालत करता आया हैं।
बीते दिनों UNHRC की मीटिंग में भी एर्दोगन ने UN रिजॉल्यूशन के जरिए कश्मीर का मुद्दा सुलझाने की बात कही थी।
पिछले साल UNGA की मीटिंग में भी तुर्की ने कश्मीर पर बयान देते हुए कहा था कि, कश्मीर पर 74 साल से समस्या जारी है. हमारा मानना है कि दोनों पक्षों को संयुक्त राष्ट्र के साथ मिलकर इस मसले का हल करना चाहिए।