राजस्थान के डीडवाना जिले के खरेश गांव में 8 जून को एक दलित महिला सरपंच और उसके पति पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया, जब वे मनरेगा योजना के तहत एक सड़क निर्माण परियोजना की देखरेख कर रहे थे।
आरोपी भंवर सिंह का कथित तौर पर मानना था कि सड़क निर्माण से उसकी ज़मीन पर अतिक्रमण हो रहा है। डीडवाना एसपी हनुमान प्रसाद के अनुसार, “यह मामला ज़मीन विवाद का था। आरोपी भंवर सिंह के घर के पास सड़क का निर्माण हो रहा है। उसे लगा कि उसकी ज़मीन पर अतिक्रमण हो रहा है।”
सिंह ने कथित तौर पर जातिवादी गालियाँ दीं और दलित दंपति का कुल्हाड़ी से पीछा किया। घटना के एक वीडियो में कई महिलाएँ सिंह को रोकने और उसके हाथों से कुल्हाड़ी छीनने की कोशिश करती हुई दिखाई दे रही हैं।
द आब्जर्वर पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक़, एसपी प्रसाद ने पुष्टि की, “दलित सरपंच और उनके पति को गंभीर चोट नहीं आई है।” “हमने भारतीय न्याय संहिता की धारा 115 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) और 126 (गलत तरीके से रोकना) के साथ-साथ एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।”
भंवर सिंह फिलहाल फरार है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है।
इस हमले से सोशल मीडिया पर लोगों में गुस्सा है और लोग राजस्थान में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर अविश्वास जता रहे हैं। कई लोगों ने कार्रवाई न करने के लिए सरकार और पुलिस की आलोचना की है।