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यूनाइटेड नेशन ने ग़ज़ा में घोषित किया अकाल, चेतावनी देते हुए कहा- हालात और बिगड़ेंगे

संयुक्त राष्ट्र समर्थित नई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि ग़ज़ा में पाँच लाख से अधिक लोग अकाल की चपेट में हैं। यहां लोग भुखमरी, दरिद्रता और रोकी जा सकने वाली मौतों का सामना कर रहे हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, आने वाले हफ्तों में अकाल ग़ज़ा गवर्नरेट से फैलकर दीर अल बलाह और ख़ान यूनिस तक पहुँच सकता है।

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेस ने हालात पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि, “यह एक मानव-निर्मित आपदा है, नैतिक विफलता और पूरी मानवता के लिए शर्मनाक स्थिति।

अकाल भोजन की कमी नहीं बल्कि ज़रूरी जीवन प्रणाली का जानबूझकर ध्वंस है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि कब्ज़ाधारी शक्ति के तौर पर इज़राइल की ज़िम्मेदारी है कि वह ग़ज़ा की जनता को भोजन और दवाइयाँ उपलब्ध कराए।

ग़ज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब तक 271 फ़िलिस्तीनियों की मौत अकाल और कुपोषण से हो चुकी है, जिनमें 112 बच्चे शामिल हैं।

भयावह स्थिति

सितंबर के अंत तक 6.4 लाख लोग ‘कैटस्ट्रॉफ़िक’ स्तर (IPC फेज़ 5) की स्थिति में होंगे।

11.4 लाख लोग ‘इमरजेंसी’ (IPC फेज़ 4) में होंगे।

3.96 लाख लोग ‘क्राइसिस’ (IPC फेज़ 3) का सामना करेंगे।

विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) के अनुसार, उत्तर ग़ज़ा की स्थिति ग़ज़ा सिटी से भी गंभीर हो सकती है। हालांकि पर्याप्त आंकड़े उपलब्ध न होने से वास्तविक आकलन संभव नहीं हो पाया।

भूख और कुपोषण का खतरा

जुलाई में अत्यधिक भूख झेलने वाले परिवारों की संख्या मई की तुलना में दोगुनी और ग़ज़ा सिटी में तीन गुना बढ़ गई।

39% लोगों ने बताया कि वे कई-कई दिन बिना खाए गुज़ार रहे हैं, जबकि कई वयस्क अपने बच्चों को खिलाने के लिए खुद भोजन छोड़ रहे हैं।

सिर्फ जुलाई में ही 12 हज़ार से अधिक बच्चों को तीव्र कुपोषण का शिकार पाया गया – यह अब तक का सबसे बड़ा आँकड़ा है और साल की शुरुआत से छह गुना अधिक।

इनमें से लगभग हर चौथा बच्चा गंभीर तीव्र कुपोषण (SAM) से पीड़ित है, जो सबसे घातक रूप है।

ग़ज़ा की स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी तरह टूट चुकी है। सुरक्षित पानी और स्वच्छता सेवाओं तक पहुँच लगभग खत्म हो गई है। मल्टी-ड्रग रेज़िस्टेंट संक्रमण बढ़ रहे हैं और बच्चों में डायरिया, बुखार, सांस की बीमारियाँ और त्वचा संक्रमण तेजी से फैल रहे हैं।

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