रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सावरकर को लेकर एक विवादित बयान दे दिया हैं. जिसको लेकर जमकर उनकी खिंचाई हो रहीं हैं।
राजनाथ सिंह ने सावरकर पर लिखीं किताब के विमोचन के मौके पर विवादित बयान देते हुए कहा कि “सावरकर देश का सबसे बड़ा राष्ट्रवादी हैं. उन्होंने गांधी जी के कहने पर ही अंग्रेजो से माफ़ी मांगी थीं”।
राजनाथ सिंह के अनुसार “जब सावरकर जेल में बंद थे. तो उन्होंने देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के कहने पर ही अंग्रेजों को दया याचिका लिखी थी. लेकीन आज इतिहास को तोड़ मरोड़ कर सावरकर को बदनाम किया जा रहा हैं।”
लेखक अशोक कुमार पाण्डेय ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान का करारा जवाब देते हुए कहा कि “गांधी ने ही सावरकर से कहा था – लखीमपुर पर कुछ मत बोलना. मंत्री को बर्खास्त भी मत करना।”
गांधी ने सावरकर से कहा था – लखीमपुर पर कुछ मत बोलना। मंत्री को बर्खास्त भी मत करना। #उल्टापुल्टाइतिहास
— Ashok Kumar Pandey अशोक اشوک (@Ashok_Kashmir) October 13, 2021
अशोक कुमार पाण्डेय आगे कहते हैं कि “ज़िंदगी भर नेहरू और गांधी के ख़िलाफ़ कुत्सित अभियान चलाने वाले यह भी मान रहे हैं कि सावरकर ने माफ़ी माँगी और शिकायत भी कर रहे कि बदनाम किया जाता है. माफ़ी माँगकर ब्रिटिश एजेंट की तरह काम करने वालों को ग़द्दार कहा जाता है. वही कहा जाएगा सावरकर को चाहे जितना ज़ोर लगा लो।
ज़िंदगी भर नेहरू और गांधी के ख़िलाफ़ कुत्सित अभियान चलाने वाले यह भी मान रहे हैं कि सावरकर ने माफ़ी माँगी और शिकायत भी कर रहे कि बदनाम किया जाता है।
माफ़ी माँगकर ब्रिटिश एजेंट की तरह काम करने वालों को ग़द्दार कहा जाता है। वही कहा जाएगा सावरकर को चाहे जितना ज़ोर लगा लो।
— Ashok Kumar Pandey अशोक اشوک (@Ashok_Kashmir) October 13, 2021
यह लोग उल्टा पुल्टा इतिहास पड़कर आने वाली पीढ़ी को गलत शिक्षा दे रहें हैं।