राजधानी दिल्ली में बीते सोमवार को 10 मिनट का सफर पूरा करने में आम नागरिकों को 1 से 2 घंटे का समय लग रहा था. जिसका कारण था भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का चक्का जाम।
भाजपा ने दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के विरोध में सोमवार को चक्का जाम का आह्वान किया था. जिसके तहत भाजपा नेताओं ने जमकर गुंडागर्दी की।
भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के भीड़-भाड़ वाले चौराहों पर एकत्रित होकर डीटीसी की बसों को पंचर कर दिया. तथा सार्वजानिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जिसके कारण पूरी दिल्ली जाम हो गई।
पत्रकार जतिन आनंद ने पंचर डीटीसी बसों की विडियो शेयर करते हुए लिखा कि “दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के खिलाफ भाजपा के “चक्का जाम” के तहत भाजपा कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर शहर भर में सार्वजनिक बसों के आगे के टायरों को पंचर कर दिया, जिसे हटाने में काफी घंटे लगे जिससे यातायात प्रभावित हो गया।
As part of its “chakka jam” against #Delhi govt’s new excise policy, BJP cadre have allegedly deflated the front tyres of public buses across the city which will possibly take hours to be removed affecting traffic; this video is from Laxmi Nagar courtesy DTC Karamchari Ekta Union pic.twitter.com/arQ5nAKqvl
— Jatin Anand (@JatinPaul) January 3, 2022
भाजपा के चक्का जाम पर सवाल खड़े करते हुए सोशल एक्टिविस्ट अशरफ़ हुसैन ने कहा कि “शर्जील इमाम को ‘चक्का जाम’ कहने पर जेल हो गई थी।”
लेकिन शर्जील इमाम को ‘चक्का जाम’ कहने पर जेल गो गई थी…🤔 https://t.co/mWq545J6v1
— Ashraf Hussain (@AshrafFem) January 3, 2022
अशरफ हुसैन का कहना है कि पिछले एक साल से जेल में बंद शरजील इमाम ने भी सिर्फ चक्का जाम करने की बात कहीं थीं जिसके कारण उनको जेल हो गई थीं. और भाजपा वाले खुलेआम चक्का जाम कर रहें हैं लेकिन उन पर कोई कार्यवाही नहीं हो रहीं हैं।