उत्तर प्रदेश में चल रहे Special Intensive Revision (SIR) अभियान के तहत रामपुर में फर्जी जानकारी देने के आरोप में पहली FIR दर्ज की गई है।
अधिकारियों के मुताबिक, एक बुजुर्ग महिला ने अपने दो बेटों की नागरिकता और निवास संबंधी गलत जानकारी मतदाता-सूची सत्यापन फॉर्म में भरी थी।
बूथ-लेवल अधिकारी (BLO) की जांच में खुलासा हुआ कि महिला के दोनों बेटे लंबे समय से विदेश में रह रहे हैं, जबकि फॉर्म में उन्हें भारत में रहने वाला दर्ज किया गया था। साथ ही, उनके हस्ताक्षर भी संदिग्ध और फर्जी पाए गए।
जिला प्रशासन का दावा है कि यह कार्रवाई चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने और मतदाता सूची को शुद्ध बनाने के लिए की जा रही है। यह यूपी में SIR सर्वे के दौरान दर्ज की गई पहली FIR है।
चुनाव आयोग और यूपी प्रशासन SIR अभियान के जरिए मतदाता-सूची में संदिग्ध प्रविष्टियों को हटाने के लिए सख्त कदम उठा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी पार्टी कार्यकर्ताओं को सत्यापन में 100% शुद्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

