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अमित शाह जी आप इस देश के गृह मंत्री बने हुए हैं यही अपने आप में दुर्भाग्य की बात है: सुप्रिया श्रीनेत

CAA, NRC, धारा 370, दिल्ली दंगे, मणिपुर हिंसा, मिज़ोरम में लगी आग, झुलसता हुआ हरियाणा के मुद्दे को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है. उनका कहना हैं कि, अमित शाह जी आप इस देश के गृह मंत्री बने हुए हैं यही अपने आप में दुर्भाग्य की बात है. आप एक विफल मंत्री हैं. पर आज आपके भाषण के झूठ का पर्दाफ़ाश ज़रूरी है।

सुप्रिया श्रीनेत ने गंभीर सवाल खड़े करते हुए कहा कि, गृहमंत्री के अनुसार मणिपुर में स्थिति सुधर रही है, मणिपुर पर अमित शाह ने कहा 36,000 पुलिस और अर्ध सैनिक बल हैं, मणिपुर की जनसंख्या है 32,00,000 मतलब हर 88 लोगों पर 1 क़ानून व्यवस्था को दुरुस्त करने का सिपाही और उसके बाद भी हिंसा ruk नहीं रही. परसों मणिपुर में 6 लोगों की हत्या हुई, यह सुधरती क़ानून व्यवस्था है?

कल असम राइफल और मणिपुर पुलिस के बीच बात इतनी बढ़ी की FIR तक हो गई, ये सुधरती क़ानून व्यवस्था है? आपने कहा आपने चीफ सेक्रेटरी बदला, और चीफ मिनिस्टर नहीं क्योंकि वो सहयोग कर रहा है. मुख्यमंत्री की पुलिस आपके अधीन आने वाली असम राइफल के ख़िलाफ़ FIR कर रही है, ये सहयोग है? और सबसे शर्मनाक तो ये है कि आपको चिंता उस भयावह वीडियो की टाइमिंग को लेकर है, आपको उन औरतों के साथ हुई दरिन्दगी की परवाह नहीं? कारगिल के उस योद्धा से जिसकी पत्नी के साथ ये हैवानियत हुई, आँख में आँख डाल कर वीडियो की टाइमिंग पूछियेगा?

अमित शाह ने कहा कि देश के उत्तर पूर्वोत्तर राज्यों में शांति है, पर असलियत ये है कि आपने वहाँ तबाही मचाई हुई – मणिपुर जल रहा है, मिज़ोरम तक ये आग फैल चुकी है, नागालैंड के साथ आपने क्या समझौता किया है, ये कोई नहीं जानता, आपका अपना सांसद कह रहा है अरुणाचल में चीन ने गाँव बसाया हुआ है, और आप कह रहे हैं सब चंगा सी? 

आपने राहुल गांधी के मणिपुर दौरे को नाटक बताया, अगर इस देश के जलते हुए प्रदेश में जाना नाटक है तो वही सही, अगर विस्थापित लॉगों से उनका दर्द समझना और उनके घावों पे मरहम लगाना नाटक है तो वही सही, अगर छोटे बच्चों के साथ कुछ वक़्त गुज़ार कर उनके चेहरे पर मुस्कान लाना नाटक है तो नाटक ही सही, अगर लोगों को ढाँढस बँधाना उनको विश्वास दिलाना कि ये पूरा देश उनके साथ खड़ा है नाटक है तो नाटक ही सही और अंत में अगर उस दौरे के बाद ये कहना की शांति एक मात्र समाधान है और शांति की अपील करना नाटक है तो वो ही सही. काश ये नाटक देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर पाते।

ये जो पाँचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था का ढोल पीटते हैं ना तो लगे हाथ लोगों को ये भी बता दीजिये कि हर साल हज़ारों लघु माध्यम उद्योग क्यों बंद हो रहे हैं, करोड़ों युवा बेरोज़गार क्यों हैं, और भारत की अन्य बड़ी अथव्यवस्थाओं के मुक़ाबले औसतन ख़रीदने की क्षमता कम क्यों है? ब्रिटेन के प्रति व्यक्ति ख़रीद की क्षमता $35,152 मतलब हमसे 10 गुणी क्यों है और भारत की $3315 क्यों?

इकॉनमी पर बात शुरू हो गई तो टमाटर दालें और आटे पर भी चर्चा होगी. आप तो बस ही बताइए कि 55 लाख करोड़ के क़र्ज़ को 174 लाख करोड़ पहुँच कर हर देशवासी को क़र्ज़े के तले दबाया क्यों?

सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, बैंक पर तो ना ही बोलिये तो अच्छा है. इनसे आपने अपने सूट बूट के मित्रों का 11.5 लाख करोड़ माफ़ कराया – कुछ राहत किसानों और ग़रीबों को भी दिलाते.

उज्ज्वला पर बोलना छोड़ दीजिए, सिलेंडर 1200 का है, करोड़ों महिलाओं ने दोबारा भरवाया भी नहीं, स्वास्थ्य योजना से लोगों को लाभ मिला’, स्वास्थ्य योजना का ज़िक्र करते वक़्त लगे हाथ ये भी बता जाइए की आयुष्मान भारत में जो घपला CAG ने पकड़ा है जहां 7.5 लाख लोगों का एक ही फ़ोन नंबर है – इसी घोटाले का दंभ भर रहे थे? 

एयरपोर्ट वाला दावा भी खोखला निकला. मई 2014 के बाद से केवल 11 नए हवाई अड्डे बनाए गए जो चालू है. 74 हवाई अड्डों में 9 हेलीकॉप्टर स्टेशन और दो वॉटरड्रोम शामिल हैं, उद्घाटन के तुरंत बाद दोनो वॉटरड्रोम बंद हो गए. 74 हवाई अड्डों में से 15 अब उपयोग में नहीं हैं क्योंकि वहाँ कोई उड़ानें ही नहीं जाती. 479 नए एयर मार्ग लॉन्च किए, इनमें से 225 पर कोई परिचालन नहीं है. जबकि इसके लिये आपसे ₹2,038 करोड़ की वसूली भी की गई

किसानों की बात तो कीजिए मत. 750 किसानो की शहादत के बाद भी आज तक MSP नहीं लाये, एक समिति गठित की थी, भगवान जाने क्या कर रही है? किसानों को हमने सम्मान निधि बाँटी’, किसान सम्मान निधि एक धोखा है – सब समझ गये हैं. खाद, कीटनाशक, दवाई, ट्रेक्टर इत्यादि पर GST लगायी. डीजल के दाम बढ़ा कर उनकी जेब में डाका डाला 

चुन चुन कर कश्मीरी पंडितों की हत्या आपकी नाक के नीचे हुई है -कुछ नाम आपके सामने हैं: कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या, कश्मीरी पंडित शिक्षिका रजनी बाला की हत्या, कश्मीरी पंडित पूरण कृष्ण भट की हत्या, कश्मीरी पंडित संजय शर्मा की हत्या – जब कश्मीरी पंडितों ने आपसे मिलने की कोशिश की तो उनपर लाठियाँ बरसाईं गयीं, उनके करेंट के तारों से प्रताड़ित किया गया, जब वो घर छोड़ रहे थे तो उनके साथ जबरन हाथा पाई कि गई, वो महीनों सी धरने पर हैं पर आपकी सरकार के पास वक़्त नहीं. एक घटिया पिक्चर के प्रमोशन करते वक़्त असली पीड़ितों के चेहरे याद नहीं आते?

आतंकवाद पर बोलने से पहले इस देश को ये बतायें कि इसी साल राजौरी और पुँछ के आतंकी हमलों में हमारे 10 जाँबाज़ शहीद हुए. आपने या पीएम ने इसका संज्ञान तक नहीं लिया – श्रद्धांजलि तो बड़ी दूर की बात है. 

आपका कहना है कि आपने पाक को घर में घुस कर मारा, बहुत बढ़िया, तो चीन का नाम लेने में काहे हालत ख़राब हो जाती है? काहे उसे सरहदों के अंदर क़ब्ज़ा कर के बिठाया हुआ है? काहे चीन से व्यापार बढ़ा रहे हैं? चीन से 20 वीर सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान का बदला आपने चीन को नंबर 1 व्यापार पार्टनर बना कर लिया, 100 बिलियन डॉलर का व्यापार घाटा कर लिया? लाल शर्ट पहन कर मोदी जी खड़े हो जाते हैं चीनी राष्ट्रपति के सामने हाथ जोड़ कर, आख़िर कोई नहीं घुसा है कह कर क्लीन चिट छीन को क्यों दी? आँख में धूल झोंकने के लिये ऐप बैन किए, ये तो बताइए बाली में क्या बात हुई थी? सड़कों का हवाला देने से पहले ये बताइए कि अपने ही पेट्रोलिंग पॉइंट को बफर ज़ोन क्यों बनाया?

OROP पर भी आपने अर्ध सत्य ही कहा – अगर आपने ऐसा कर दिया है तो हमारे जाँबाज़ 2965 दिनों से पूर्ण OROP की माँग लेकर धरने पर क्यों बैठे हुए हैं? मोदी जी G-20 की मेज़बानी का सम्मान लाये’, G20 के कार्यक्रम कराने में आपकी क्या उपलब्धि है भईया? ये मेज़बानी तो रोटेशनल होती है, आपको दो साल पहले मिल रही थी, लेकिन आपको तो इसेमें भी चुनावी दाँवपेंच करना था तो दो साल बाद ली. और हम G20 के सदस्य हैं इसमें आपका शून्य योगदान है 

आपने कहा आपकी पार्टी ने कभी सदन रोका नहीं. तब आप शायद तड़ीपार थे, आपकी पार्टी ने इतना अवरोध किया कि 2 बार पूरे के पूरे सत्र नष्ट किए और जून 2004 में तो आपने इतना बवाल मचाया कि प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह को राष्ट्रपति के संबोधन पर अपने धन्यवाद वक्तव्य को टेबल करना पड़ा – आपने इन्हें बोलने नहीं दिया.

आपने कलावती के बारे में भी झूठ कहा – वो महाराष्ट्र की हैं, बुंदेलखंड की नहीं. उनकी मदद राहुल जी ने की और वो भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल हुईं. उनका वीडियो और फोटो आपको पहले ही भेजा है. उनकी आर्थिक सहायता राहुल जी ने की जिससे कि वो अपने पैरों पर खड़ी हो सकी और आज एक करदाता है.

आपके जल से नल पहुँच दिया, या फिर जब आप लाख करोड़ में लड़खड़ा गए – हम उसके छोटे छोटे वीडियो बना कर आपको शर्मिंदा नहीं करेंगे. वो फेक न्यूज़ फैलाना तो आपका काम है. आप किस मुँह से सदन में गिना रहे थे कि कितने विदेश में विभिन्न फँसे लोगों को आप वापस लाये – ये आपका काम है, किसी भी सरकार का काम है, कोइनहासान नहीं किया आपने किसी पर. इसी के लिए चुने गये हैं – बाक़ी राष्ट्राध्यक्षों से गलबहियाँ करने के लिये नहीं. 

आप 9.5 साल से सत्ता में है – अगर वास्तव में घोटाला होता तो एक तो सिद्ध कर पाते. और मंत्री हैं – कोर्ट में  ए तो बोफ़ोर्स और ना 2G पर कुछ ग़लत मिला है, काहे इतना झूठ बोलते हैं? घोटाले पर UPA के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी कराते वक़्त आपने सदन की मर्यादा भले भुला दी हो लेकिन अडानी पर आपका और आपके साहब का मुँह क्यों नहीं खुलता है. वैसे दो बातें आपने शायद ध्यान ना दिया हो : आपके नारे सब लगा रहे थे सिवाय श्रीमंत सिंधिया के. और एक बात जो मुझे बुरी लगी आपको इतना कुछ सुनाया इस सदन ने लेकिन आपके सांसद हरकत में सिर्फ़ आप सबके मालिक अडानी जी के ही नाम पर आए – ग़लत बात है ना?

बस अंत में जो आपने कहा ना – मैं संवेदनशील व्यक्ति हूँ – उससे माहौल थोड़ा हल्का हो गया – ऐसे चुटकुले सुनाते रहने चाहिये. एक बात मोदी जी से कह दीजियेगा कल जब बोलें तो चिर परिचित रुदन ना करें – स्थिति का सामना करें, मणिपुर को शांति और मोहब्बत की ज़रूरत है – आप लोगों के अहंकार की नहीं।

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