दिल्ली में इमामों की तनख्वाह का मुद्दा काफ़ी दिनों से उठ रहा हैं उसके बावजूद दिल्ली सरकार और उसके अधीन आने वाला वक्फ बोर्ड इस मामले को नजरअंदाज करता आ रहा हैं।
लगातार हो रहीं नजरअंदाजी के कारण दिल्ली की तमाम मस्जिदों के इमाम दिल्ली वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अमानतुल्लाह खान के ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए हैं।
इमामों का कहना है कि, 11 महीनों से हमको तनख्वाह नहीं मिली हैं. हम भूखे मर रहे हैं. बिमार रहते हैं दवाई के लिए पैसे नहीं हैं हम क्या करें. कोई हमारी बात नहीं सुन रहा हैं।
कांग्रेस नेता अली मेंहदी का कहना हैं कि “जिन इमामों के पीछे हम नमाज़ पड़ते है जिनका सबसे ज़्यादा एहतेराम करते है आज अफ़सोस की बात है कि उन्हें अपने हक़ की लड़ाई लड़ने के लिए अपने ही वक़्फ़ बोर्ड के ऑफ़िस के बाहर धरने पर बैठना पड़ रहा है. शर्म करो अमानतुल्लाह खान एक संघी की चाटुकारिता में इतने दीवाने हो गए।”
जिन इमामों के पीछे हम नमाज़ पड़ते है जिनका सबसे ज़्यादा एहतेराम करते है आज अफ़सोस की बात है कि उन्हें अपने हक़ की लड़ाई लड़ने के लिए अपने ही वक़्फ़ बोर्ड के ऑफ़िस के बाहर धरने पर बैठना पड़ रहा है!
शर्म करो @KhanAmanatullah,एक संघी की चाटुकारिता में इतने दीवाने हो गए pic.twitter.com/af5odjOVlm— Ali Mehdi🇮🇳 (@alimehdi_inc) February 28, 2022
अली मेंहदी के अनुसार, दिल्ली के इमाम वक्फ बोर्ड ऑफिस के बाहर धरने पर बैठे हैं कोई उनसे मिल नहीं रहा हैं. कोई बात नहीं कर रहा हैं. अमानतुल्लाह खान गोरखपुर गए हैं केजरीवाल उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं।
पूरी दिल्ली में इमामों की तनख्वाह का मुद्दा उठ रहा हैं अगर इमामों के मुद्दे का समाधान नहीं किया गया तो अरविंद केजरीवाल की हालत खराब हो जाएगी।
आज दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड के बाहर इमामों का धरना !
शर्म करो संघी केजरीवाल और चुल्लू भर पानी में डूब जाओ पाँचों विधायकों ! pic.twitter.com/pnBIX1aqik
— Ali Mehdi🇮🇳 (@alimehdi_inc) February 28, 2022