देश में कोरोना वायरस फिर से फैलने लगा है। कल यानि 11 अप्रैल को कोरोना के 1,69,914 नए मामले सामने आए हैं। जिनमे से 904 लोगों की मौत भी हो चुकी है। तेज़ रफ़्तार से बढ़ रहा कोरोना अब एक और नया सिर दर्द बन गया है।
कोरोना के रोक थाम के लिए भले ही सरकार दिशा निर्देश जारी कर रही है लेकिन सरकार खुद ही इन नियमों का उल्लंघन करते हुए नज़र आरही है। प्रधानमंत्री मंत्री जी एक तरफ सोशल डिस्टनसिंग की बात कर रहे हैं वहीं दूसरी और खुद ही लाखों की रैली को संबोधित कर रहे हैं।
कोरोना को लेकर सरकार तो दोहरा मापदंड अपना ही रही लेकिन मीडिया भी भेदभाव पूर्ण रिपोर्टिंग कर रहा है। गोदी मीडिया ने जिस तरीके से कोरोना के पहले फेज़ में जमातियों को कोरोना के लिए ज़िम्मेदार बताया उसके लिए उसे कोर्ट की फटकार तक सुन्नी पड़ी।
इस बार भी गोदी मीडिया इसी तरह की रिपोर्टिंग कर रही है। उन्हें बाज़ारों में भीड़ तो नज़र आती है लेकिन रैलियों में भीड़ नज़र नहीं आती है। इस बार कुंभ मेला का आयोजन हो रहा है और लाखों की तादाद में श्रद्धालु वहां बिना किसी सोशल डिस्टनसिंग के जमा हैं। लेकिन किसी भी मीडिया को ये नज़र नहीं आरहा है।
गोदी मीडिया की श्रेणी में अब ANI का नाम भी जुड़ता हुआ नजर आने लगा है। समाचार एजेंसी ANI भी भेदभाव पूर्ण रिपोर्टिंग कर रहा है। ANI के अनुसार कानपुर सब्ज़ी मंडी में मामूली भीड़ कोरोना नियमों का उल्लंघन कर रही है वहीं दूसरी और कुंभ की लाखों भीड़ ANI को नज़र नहीं आरही है।
उत्तर प्रदेश: कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी होने के बावजूद लोग कानपुर की फूल मंडी में कोरोना के नियमों का उल्लंघन करते दिखे। #COVID19
उत्तर प्रदेश में कल कोरोना के 15,353 नए मामले सामने आए थे। pic.twitter.com/BFjGTy7h06
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 12, 2021
ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या समाचार एजेंसी ANI भी सरकार के इशारों पर काम कर रही है।