कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद तेजस्वी सूर्या ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है, जिसको लेकर कांग्रेस नेता श्रीनिवास बी वी उनपर हमलावर हो गए है।
श्रीनिवास बी वी तेजस्वी सूर्या को एग्जिट सूर्या के नाम से संबोधित करते हुए कहा है कि, बैठ जाओ ‘एग्ज़िट सूर्या’ बड़ों को शासन संभालने दो।
आपको बता दें कि तेजस्वी सूर्या ने अपने आधिकारिक एक्स (ट्विटर) अकाउंट के ज़रिए कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार का बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि, ₹18,500 करोड़ का सुरंग घोटाला कोई परिवहन समाधान नहीं है, बल्कि यह मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार के नेतृत्व वाली राज्य की कांग्रेस सरकार द्वारा चलाया जा रहा एक विश्वस्तरीय भ्रष्टाचार का प्रोजेक्ट है।
इसका उद्देश्य 10% कार मालिकों को लाभ पहुँचाना है, जबकि 90% करदाताओं पर बोझ डालना है जो बेहतर सार्वजनिक परिवहन का इंतज़ार कर रहे हैं।
तेजस्वी सूर्या ने इसके पीछे कारण बताते हुए कहा है कि, यह शहर के लिए नहीं, बल्कि कारों के लिए बनाया गया है. सरकार करदाताओं का पैसा 10% से भी कम निजी कारों वाले लोगों के लिए एक प्रोजेक्ट पर खर्च करना चाहती है। इससे शायद केवल सदाशिवनगर और कोरमंगला चौथे ब्लॉक के करोड़पतियों को ही फायदा होगा, आम आदमी को नहीं।
यह कोई योजना नहीं, बल्कि दिनदहाड़े लूट है। यह करदाताओं की गाढ़ी कमाई से किया गया 9.5 करोड़ रुपये का घोटाला है। अगर इसे लागू किया गया, तो ₹18,500 करोड़ की टनल रोड दुनिया की प्रति किलोमीटर सबसे महंगी सड़क होगी। क्या वे इसे सोने की ईंटों से बनाएंगे? यह घमंडी सफेद हाथी क्यों?
भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर कांग्रेस नेता श्रीनिवास बी वी ने तेजस्वी सूर्या पर जवाबी हमला करते हुए लिखा कि, इमरजेंसी एग्ज़िट सूर्या इकलौते सांसद है, जो सोचते हैं कि शासन का मतलब है डूबते हुए बेंगलुरु में डोसा खाना, बीच उड़ान में इमरजेंसी एग्ज़िट खोलना और ट्रम्प के पीछे ऐसे भागना जैसे कोई भटका हुआ इंटर्न पाँच मिनट की शोहरत की भीख माँग रहा हो।
अब उन्हें अचानक नागरिक बुनियादी ढाँचे की चिंता होने लगी है, उसी शहर में जो भाजपा की अक्षमता के कारण घुट रहा था, जबकि वो टिफिन-हॉपिंग और सांप्रदायिक आग भड़काने में व्यस्त थे।
सुरंगों और फ्लाईओवरों का विरोध करने के बजाय, शायद उन्हें “डोसा यात्रा” शुरू करनी चाहिए और ज़्यादा नाश्ते की दुकानों का जायज़ा लें, जबकि कांग्रेस सरकार शहर को ठीक कर रही है. बैठ जाओ, एग्ज़िट सूर्या। बड़ों को शासन संभालने दो।