उत्तर प्रदेश में सियासी हलचल तेज़ हो चुकी है तमाम राजनीतिक पार्टियों में एक दुसरे पर आरोप-प्रत्यारोपों का सिलसिला लगातार ज़ारी है।
कांग्रेस 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर पूरी ताकत के साथ मैदान में उतर चुकी है कांग्रेसी नेता तमाम विपक्षी दलों पर लगातार हमले कर रहे है।
यूपी अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश भर में
“स्पीक अप माइनॉरिटी” अभियान चला रही है जिसके तहत कांग्रेस के कार्यकाल की उपलब्धियों से लोगों को अवगत कराया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक कांग्रेस के चेयरमैन शाहनवाज आलम ने “स्पीक अप माइनॉरिटी” अभियान के तहत यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि “कांग्रेस ने मुसलमानों को मुख्यमंत्री की कुर्सी दी तथा समाजवादी पार्टी ने ई-रिक्शा दिया”
शाहनवाज आलम के अनुसार कांग्रेस पार्टी ने जम्मू-कश्मीर से अलग पाँच राज्यो को मुस्लिम मुख्यमंत्री दिए। महाराष्ट्र में अब्दुर्रहमान अंतुले, बिहार में अब्दुल गफूर, राजस्थान में बरकतुल्ला खान, असम में सैयद अनवरा तैमूर और पुदुचेरी में हसन फारूक को मुख्यमंत्री बनाया।
लेकिन समाजवादी पार्टी ने 20 फीसदी आबादी वाले मुस्लिम समाज को सिर्फ वोट बैंक के लिए इस्तेमाल किया। तथा कभी मुख्यमंत्री तो छोड़े उप-मुख्यमंत्री तक बनाने की नही सोची।
शाहनवाज आलम के अनुसार अखिलेश यादव ने राम गोपाल यादव को बचाने के चक्कर में यूपी के कद्दावर नेता आज़म खान को बली का बकरा बना दिया।
मुलायम सिंह यादव ने पांच फीसदी आबादी वाली जाति को हर बड़ी कुर्सी पर बिठाया और 20 फीसदी आबादी वाले मुसलमानों को ई-रिक्शा थमा दिया।