सत्ता में बैठे लोगों की नज़रे अब मुसलमानों की इबादतगाहों पर हैं जिसके कारण आए दिन केंद्रीय एजेंसियां अपनी शक्ति का दुरुपयोग करते हुए अवैध निर्माण के नाम पर किसी भी मस्जिद और मदरसे को शहीद कर देते हैं।
राजधानी दिल्ली के महरौली में स्थित मस्जिद सोहैल वाली के ऊपर अब पुरातत्व विभाग (ASI), Intech और अन्य केंद्रीय एजेंसियों की नज़र हैं।
वक्फ बोर्ड द्वारा तमाम सबूत देने के बावजूद भी एएसआई और अन्य एजेंसियां मस्जिद सोहैल वाली को मस्जिद मानने से इंकार कर रहीं हैं. जिसके कारण इसके वजूद पर खतरा मंडरा रहा हैं।
केंद्रीय एजेंसियों का दावा हैं कि यह मस्जिद नहीं बल्कि “मकबरा खान शाहिद” हैं जबकि दिल्ली वक्फ बोर्ड के रिकॉर्ड के मुताबिक़ यह गजट नोटिफाइड हैं और इसको 4 अक्टूबर 1948 के गजट में बतौर खसरा नंबर 294 दर्ज़ हैं।
आपको बता दें कि, इस मस्जिद में कई सालों से पांचों वक्त की नमाज़ होती हैं तथा दिल्ली वक्फ बोर्ड की तरफ से यहां पर इमाम भी हैं जो नमाज़ पढ़ाते हैं।