इस बार कावड़ यात्रा उत्तर भारत में अपने साथ एक विवाद भी लेकर आई है, क्योंकि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकार ने कावड़ यात्रा के मार्ग में पढ़ने वाले ढाबों और दुकानों पर मालिक का नाम लिखने का फरमान सुनाया था जिसको लेकर देशभर में काफी विवाद हुआ. हालांकि सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद यह विवाद कुछ हद तक थम गया है लेकिन मामला अब भी गर्म है।
आपको बता दे कि इस विवाद के पीछे मुसलमानों का आर्थिक बहिष्कार था लेकिन इस बार सुप्रीम कोर्ट ने विभाजन की राजनीति करने वालों के मुंह पर ज़ोरदार तमाचा मारा है।
इस पूरे मामले पर डीएसपी किशोर कुमार रजक का कहना है कि, हम तो मुसलमानों की दुकानों से समान खरीदना जारी रखेंगे। क्योंकी बचपन से हम खरीदते आ रहे हैं। जो कोई मुस्लिमों से सामान न खरीदने की सलाह दे उनसे तुरन्त ये सवाल ज़रूर पूछें।
1.क्या आप तेल और गैस खरीदना बंद कर सकते हैं? क्योंकी ये मुस्लिम देशों से आता है।
2.क्या पाम ऑयल के बिना जिंदगी चला लेंगे? ये भी इंडोनेशिया और मलेशिया जैसे मुस्लिम देशों से आता है।
3.किचन में हींग का इस्तेमाल बंद कर सकते हैं? हींग का भी लगभग 100% आयात मुस्लिम देशों से होता है।
4.खजूर,ड्राई फूड्स,अनगिनत खाने पीने की चीज़ें मुस्लिम देशों से आता है। इनको खरीदना बंद कर सकते हैं?
देखिए जो कोई पाकिस्तान का नाम लेकर हिन्दुओं को डराता है उसे जरूर बताएं की मुसलमान मतलब पाकिस्तान नहीं होता है। क्योंकी दुनिया में 190 करोड़ मुस्लिम आबादी है जिसमे पाकिस्तान में मात्र 23 करोड़ है।
दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम देश इंडोनेशिया है यहां हिन्दुओं की आबादी करीब 2 प्रतिशत है। लेकिन यहां हिन्दू धर्म की संस्कृति समाज में रची बसी है। उदाहरण👇
1.इंडोनेशिया का राष्ट्रीय प्रतीक गरुड़ है।
2.यहां के सरकारी नोटों में भगवान गणेश दिखाई देंगे।
3.इंडोनेशिया की सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक बांदुंग इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी में भी गणेश जी की तस्वीर को प्रतीक(लोगो)के रूप में इस्तेमाल किया जाता है.
4.इंडोनेशिया की एयरलाइंस का नाम भी गरुड़ एयरलाइंस है जिसमें गरुड़ की लोगो लगी है.
5.वहां हर साल रामायण का मंचन होता है. रामायण से जुड़े किरदारों को निभाने वालों में हिंदुओं के साथ मुस्लिम भी शामिल होते हैं.
6.इंडोनेशिया में मुस्लिम लोग हिंदू नाम भी रखते हैं। मध्य एशिया के मुस्लिम देशो में भी लोग हिंदू नाम रखना पसन्द करते हैं।
7.इंडोनेशिया में कई शानदार प्राचीन हिंदू और बौद्ध मंदिर स्मारक देखने को मिलेगा। इसीलिए जब रविन्द्र नाथ टैगोर 1929 में जावा में मेहमान बनकर वहांँ गए, तब उन्होंने कहा था कि, ‘मैं यहां पर हर तरफ़ भारत को देखता हूं, फिर भी उसे पहचान नहीं पाता हूं!’
इसी प्रकार आप मलेशिया में भी हिंदुओं की प्रसिद्धि देख सकते हैं यहां कुल आबादी का करीब 7% हिंदू आबादी रहते हैं। यही नहीं खाड़ी के मुस्लिम देशों में 90 लाख के करीब भारतीय रहते हैं। यहां लाखो हिन्दू अपना सम्मानजनक रोजगार करते हैं। इसीलिए मुस्लिम सहित सभी धर्मो के साथ सम्मानजनक व्यवहार करना हम भारतीयों का संस्कार भी रहा है और संस्कृति भी।
इसीलिए सभी लोगों से आग्रह है कि किसी भी धर्म के खिलाफ ऐसा कोई व्यवहार या बहिष्कार न करें जिससे दुनिया में हमारी छवि खराब हो। और हम भारतीयों को दूसरे देशों में रहने में कोई असहजता महसूस हो और न ही कोई तिरस्कार या घृणा का सामना करना पड़े।