हिंदुस्तान में आए दिन अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर लगातार हमले हो रहें हैं, मुस्लिम और ईसाइयों के लिए धार्मिक कार्य करना मुश्किल होता जा रहा हैं।
हाल ही में हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में खुलेआम मुस्लिमों के नरसंहार की बात कहीं गई थीं. जिसके बाद से मुस्लिमों में असुरक्षा की भावना पैदा हो गई हैं।
दूसरी तरफ़ क्रिसमस पर अयोजित प्रार्थना सभा को भी तथाकथित हिंदुत्ववादी संगठन के लोगों ने रोकने की कोशिश की थीं. तथा ईसाई धर्म गुरु हज़रत ईसा मसीह की मूर्ती भी तोड़ी गई थीं।
इस तरह की घटनाएं दिन प्रीतिदिन बढ़ती ही जा रहीं हैं जिसके बाद से अल्पसंख्यक समुदाय लोग भय में जी रहे हैं।
टीपू सुल्तान पार्टी ने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग पर सवालिया निशान खड़े किए।
टीपू सुल्तान पार्टी का कहना है कि “हरिद्वार, आगरा से लेकर गुरुग्राम तक, त्रिपुरा से लेकर कर्नाटक तक, नमाज़ पढ़ने से लेकर चर्च की प्रार्थना सभा तक अल्पसंख्यकों पर लगातार हमले हो रहे हैं, लेकिन अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिये बना राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग बिल्कुल चुप्पी साधे हुए है।”
हरिद्वार, आगरा से लेकर गुरुग्राम तक, त्रिपुरा से लेकर कर्नाटक तक, नमाज़ पढ़ने से लेकर चर्च की प्रार्थना सभा तक अल्पसंख्यकों पर लगातार हमले हो रहे हैं, लेकिन अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिये बना राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग बिल्कुल चुप्पी साधे हुए है।
— Tipu Sultan Party ٹیپو سلطان پارٹی (@TSP4India) December 27, 2021