उत्तर प्रदेश के शामली में कथित तौर पर हुई मुस्लिम युवक की मॉब लिंचिंग को लेकर ट्वीट करने वाले पत्रकारों के खिलाफ़ जब से यूपी पुलिस ने एफआईआर दर्ज़ की है तब से सोशल मीडिया पर बवाल बच गया है।
पत्रकारों के साथ साथ नेता एवं सोशल एक्टिविस्ट भी इस घटना की कड़ी निंदा कर रहे है तथा सरकार से इस एफआईआर को रद्द करने की मांग कर रहें है।
इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन (IJU) भी अब मुस्लिम पत्रकार ज़ाकिर अली त्यागी और वसीम अकरम त्यागी के समर्थन में उतरा गया है।
इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन ने इस कर्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि, हम पत्रकार जाकिर अली त्यागी और चार अन्य के खिलाफ यूपी पुलिस द्वारा मामला दर्ज करने की निंदा करते हैं. इन लोगों ने सोशल मीडिया पर आरोप लगाया था कि एक मुस्लिम व्यक्ति को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला।
IJU ने पत्रकारों के खिलाफ दुश्मनी को बढ़ावा देने वाले कानून के लगातार इस्तेमाल पर भी चिंता व्यक्त की।